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काफी समय बाद कोई कॉमेडी फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई है, जिसका नाम है ‘वेल्लापंती’. बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता शक्ति कपूर के साथ-साथ फिल्म में मुकेश तिवारी, राहुल देव, भावना भानुशाली, सिद्धार्थ सागर, अंश बागड़ी और सिद्धिका शर्मा जैसे कलाकार भी नजर आ रहे हैं. ‘वेल्लापंती’ एक टॉनिक की तरह आती है, जो ताजगी, मस्ती और बेमिसाल पागलपन से भरपूर है. हंसी का बवंडर, दोस्ती की नोकझोंक और देसी अंदाज में गुदगुदाने वाला मनोरंजन… जो आप चाहते हैं, वो सब आपको इस फिल्म में मिल जाएगा.
फिल्म की कहानी चार बचपन के दोस्तों शम्पी (सिद्धार्थ सागर), ओमी (अंश बागरी), लकी (भाविन भानुशाली) और विक्की (चंदन बख्शी) के इर्द-गिर्द घूमती है. जैसे-जैसे वे बड़े होते हैं, जिम्मेदारियों का बोझ, आर्थिक मंदी और जिंदगी के उतार-चढ़ाव उनकी मस्ती में खलल डालते हैं, लेकिन उनका अंदाज नहीं बदलता- ये दोस्त एक के बाद एक नए जुगाड़ और हंगामे में उलझते रहते हैं और यहीं से शुरू होता है मस्ती, मसाला और महामाजरा.
निर्देशक अमरप्रीत जीएस छाबड़ा ने बेहतरीन गति और कसी हुई पटकथा के साथ फिल्म को पेश किया है. स्क्रीनप्ले और डायलॉग राइटर प्रवेश राजपूत और गौरव शर्मा ने एक के बाद एक ऐसे पंच लगाए हैं कि थिएटर ठहाकों से गूंज उठता है. यह फिल्म ‘फुकरे’ और ‘धमाल’ की याद दिलाती है, लेकिन अपनी अलग देसी पहचान और ओरिजनल ह्यूमर के साथ. सबसे खास बात-जो ट्रेलर में दिखाया गया, वह थिएटर में भी उतना ही मजेदार था. सिद्धार्थ सागर ने चैंपी के रूप में दमदार वापसी की है. उनका उत्साह, टाइमिंग और मौजूदगी हर सीन में जान डाल देती है.
चंदन बख्शी जो फिल्म के निर्माता भी हैं, ने विक्की के किरदार में ऐसा रंग भरा है कि दर्शक उनके अभिनय की तारीफ किए बिना नहीं रह सकते. उनकी सहजता, संवाद अदायगी और आत्मविश्वास उन्हें फिल्म का सरप्राइज पैकेज बनाते हैं. खासकर जब वे कॉमिक पलों में आते हैं, तो स्क्रीन पर उनकी मौजूदगी अपने आप ही आकर्षण का केंद्र बन जाती है. नेहा राणा, सिद्धिका शर्मा और चारवी दत्ता ने अपने अभिनय और अभिनय से फिल्म में चार चांद लगा दिए हैं. उनकी कॉमिक टाइमिंग लड़कों से कम नहीं है.
मुकेश तिवारी, राहुल देव और राजेश शर्मा जैसे दमदार सह-कलाकार भी फिल्म में मजबूती और परिपक्व हास्य जोड़ते हैं. फिल्म का संगीत पहले ही सोशल मीडिया पर छा चुका है. अशोक पंजाबी, डीजे शेजवुड, दुर्गेश आर राजभट्ट और परिवेश सिंह द्वारा रचित गीत फिल्म के मूड से पूरी तरह मेल खाते हैं. कैलाश खेर की आवाज में सूफी टच वाला गाना और पवन पांडे का सिजलिंग डांस नंबर इंस्टाग्राम रील्स पर ट्रेंड कर रहा है.फिल्म के क्रिएटिव प्रोड्यूसर दिनेश सुदर्शन सोई की सोच और अनुभव हर फ़्रेम में नजर आते हैं. उनकी नजर फिल्म को एक आकर्षक और कमर्शियल टच देती है.
सीन सेटअप, लोकेशन, कैमरा वर्क और बैकग्राउंड स्कोर- सब कुछ एक हाई-क्वालिटी प्रोडक्शन का एहसास देता है. फिल्म युवाओं पर केंद्रित है, लेकिन अश्लील नहीं है, मजेदार है, लेकिन बेवजह नहीं है और सबसे महत्वपूर्ण बात कहीं बोरिंग नहीं है. अगर आप हंसी के ठहाके लगाना चाहते हैं तो सिनेमाघरों में जाकर ‘वेल्लापंती’ देख सकते हैं. मेरी ओर से फिल्म 3 स्टार.
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