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जब सैंया भये कोतवाल तो डर काहे का… आपने ये कहावत तो सुनी ही होगी। सूबे की एक महिला मंत्री ने कुछ ऐसा ही काम किया है। मैडम ने मंत्रालय में ही अपनी पार्टी की जिला कोर कमेटी की मीटिंग बुला ली।
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इस मीटिंग में मैडम के प्रभार के जिले के अध्यक्ष, पार्टी के संभाग प्रभारी, जिला प्रभारी और महामंत्री मौजूद थे। मैडम के कैबिन से मीटिंग की तस्वीरें बाहर आई तो हंगामा मच गया। इधर, मंत्रालय के अधिकारी-कर्मचारी भी कानाफूसी कर रहे हैं कि मंत्री है तो क्या, कुछ भी करेगी?
बता दें कि मंत्री बुंदेलखंड क्षेत्र के एक जिले की प्रभारी मंत्री हैं। वह कद्दावर राजनीतिक परिवार से आती हैं।

अपने ही चले थे मुसीबत बढ़ाने ‘छोटे सरकार’ के खास बनने के चक्कर में उनके कुछ अपने उनकी ही मुसीबत बढ़ाने चले थे। हालांकि समय रहते ये मुसीबत टल गई।
हुआ यूं कि छोटे सरकार ने हाल ही में सेना पर बयान दिया था, जिस पर काफी हंगामा हुआ। ‘छोटे सरकार’ ने जहां ये बयान दिया था, वहां के एक विधायक और जिला अध्यक्ष, एक पत्रकार शिकायत करने पुलिस के पास जाने लगे।
ये बात सीनियर्स के कानों तक पहुंची तो उन्होंने समझाया कि ये क्या कर रहे हो, इससे तो और लेने के देने पड़ जाएंगे। पार्टी के नेता कह रहे हैं कि अगर विधायक जी और अध्यक्ष जी के कहने से पुलिस एक्शन ले लेती तो नेता जी की मुसीबत चार गुना बढ़ जाती।

उत्साह में जूते भूल गईं मैडम उत्साह में इंसान क्या कुछ नहीं कर देता है। इस चक्कर में कई बार भूल भी हो जाती है। भाजपा की एक नेता तो उत्साह में अपने जूते पहनना ही भूल गई।
दरअसल, निमाड़ के एक बड़े जिले की अध्यक्ष, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष से मिलने पहुंची थीं। मुलाकात के बाद मैडम इतनी उत्साहित दिखीं कि बिना जूते पहने ही चली गईं। अब पार्टी के नेता कह रहे हैं.. ये भी गजब हुआ।

नेता जी बोले- मैडम आप ‘हाफ’ बनने वाली हैं विवादित बयान देकर मुसीबत में फंसे नेता जी का एक बयान प्रशासनिक गलियारों में चर्चा का मुद्दा बना हुआ है। दरअसल, बीते दिनों एडमिनिस्ट्रेटिव एकेडमी में एक कार्यक्रम हुआ था। यहां नेता जी ने मंच से संबोधन के दौरान एक लेडी अफसर को कहा था कि मैडम आप ‘हाफ’ होने वाली हैं।
नेता जी ने जिस लहजे में ये बात कही, वो कार्यक्रम में मौजूद कई अफसरों और नेताओं के गले नहीं उतरी। बता दें कि मैडम डिपार्टमेंट में हेड बनने वाली हैं। नेता जी की डबल मीनिंग स्पीच को लोगों ने अच्छा नहीं माना।

आईजी और डायरेक्टर साहब को किसका डर? विंध्य क्षेत्र में पदस्थ एक रेंज आईजी को न जाने किस बात का डर है। साहब खासकर पत्रकारों से मेल-मुलाकातों के दौरान थोड़ा एक्स्ट्रा सतर्क हो जाते हैं। आईजी साहब का यह डर अब चर्चा में है।
अगर किसी ने यह बताकर उनसे मिलना चाहा कि वह फलां न्यूज चैनल या अखबार से है तो आईजी साहब मुलाकात तो करते हैं, लेकिन उनके चेंबर के बाहर बैठे अर्दली बाहर ही उनके मोबाइल रखवा लेते हैं।
ऐसी ही स्थिति भोपाल में एक केंद्रीय चिकित्सा संस्थान के डायरेक्टर साहब की भी है। वे भी मोबाइल बाहर रखवाने के बाद ही लोगों से मिलते हैं।
अब मंत्रालय के गलियारों में चर्चा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री और विशेष सुरक्षा वाले केंद्रीय मंत्रियों को भी मोबाइल से खतरा नहीं है, फिर इन अफसरों को आखिर मोबाइल लेकर मिलने वालों से क्या डर सता रहा है।
और अंत में…
पूर्व गृहमंत्री के जिले में कलेक्टरी के लिए जोर प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री के जिले में कलेक्टरी के लिए कुछ प्रमोटी अफसर जोर लगा रहे हैं। दरअसल, दस महाविद्या वाली देवी के मंदिर वाले इस जिले के मौजूदा कलेक्टर इसी महीने रिटायर हो रहे हैं। लिहाजा महीने के अंतिम दिन नए कलेक्टर की पोस्टिंग होना तय है।
ऐसे में कुछ ऐसे अफसर जिनका रिटायरमेंट पास है, वे कलेक्टरी पाने के लिए जोर लगा रहे हैं ताकि आईएएस बनने के साथ कलेक्टर बनने का सपना भी पूरा हो जाए। वर्ना आलम ये है कि प्रदेश में प्रमोटी आईएएस बगैर कलेक्टर बने रिटायर हो रहे हैं।
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