श्रमणी आर्यिका 105 श्री विशिष्टश्री माता जी ससंघ का छतरपुर में हुआ भव्य मंगल प्रवेश

कानपुर से सतत 200 किलोमीटर की पदयात्रा करके छतरपुर पहुँची माता जी


छतरपुर।। गणाचार्य श्री 108 विराग सागर जी महाराज की परम शिष्या श्रमणी आर्यिका मा विशिष्ट श्री माता जी का आज छतरपुर में भव्य मंगल प्रवेश हुआ। सेकड़ो की संख्या में जैन श्रद्धालु माता जी की अगवानी करने नगर के बाहर तक ढोल बाजे के साथ पहुचे। जैन समाज के प्रवक्ता रीतेश जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि पूज्य आर्यिका माता जी ससंघ कानपुर से पथरिया तक पैदल पद विहार कर रही है। शुक्रवार को सुवह 9 बजे आर्यिका माता जी अपने संघ के साथ छतरपुर की सीमा को पार करते हुए महोबा रोड से बस स्टैंड, हटवारा, गांधी चौक बाजार होते हुए नेमिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर पहुँची। आगवानी के समय जैन समाज के अध्यक्ष अरुण कुमार जैन, उपाध्यक्ष रीतेश जैन, अजय फट्टा, प्रदीप चौधरी, , दिलीप जैन,मनीष जैन, नरेंद्र जैन, रविकांत जैन, मनोज जैन बाजना, राहुल जैन कुपि, महिला मंडल से सविता जैन, सुषमा जैन, सुनीता जैन सहित समस्त सकल दिगम्बर जैन समाज माता जी की अगवानी करने पहुँचे। आगवानी के समय लोगो ने जगह जगह रंगोली से चौक बनाकर माता जी के पाद प्रक्षालन किया। श्रमणी आर्यिका 105 श्री विशिष्टश्री माता जी के साथ आर्यिका विजेताश्री माताजी, विश्वासश्री माता जी, विभक्तश्री माता जी, विजितश्री माता जी, छुल्लिका विपद्माश्री माताजी, विनीताश्री माता जी व ब्रम्हचारिणी दीदी जी, ज्योति दीदी जी, रूबी दीदी जी, आशा दीदी जी भी संघ में शामिल है। माता जी के नेमिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर पहुँचने पर समाज की महिलाओ ने सिर पर कलशा लेकर पूज्य माता जी संघ का आदर सत्कार किया। मंदिर जी पहुचकर माता जी ने देव दर्शन कर धर्म उपदेश दिया। इस दौरान मंदिर परिसर में महिलाओ, पुरुष, युवा, युवती सहित सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। जैन समाज कमेटी ने पूज्य आर्यिका माता जी को श्रीफल अर्पित कर छतरपुर में ठहरने की विनती की।