मूल्यांकन की शिकायत लेकर पहुंचे छात्र-छात्राओं का आरोप ऐसे व्यवहार की उम्मीद नही थी | Allegations of the students who reached with the complaint of evaluation, such behavior was not expected

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उज्जैन18 मिनट पहले
उज्जैन। विश्वविद्यालय में रोज हो रहे हंगामे के बाद शुक्रवार को एक बार फिर विवाद की स्थिति बन गई। दरअसल खाचरौद तहसील से मूल्यांकन की समस्या लेकर आए छात्राओं से चर्चा के दौरान ही उत्तेजित होकर कुलसचिव ने जो कुछ कहा उस पर हंगामा मच गया। छात्राओं ने कुलपति को शिकायती आवेदन दिया जिसमें कहा है कि कुलसचिव ने छात्राओं से अभद्र भाषा का प्रयोग किया है।
विक्रम विश्वविद्यालय में रोज हो रहे प्रदर्शन के कारण विश्वविद्यालय की छबि खराब हो रही है। शुक्रवार को खाचरौद तहसील से करीब 100 से अधिक छात्र-छात्राएं एनएसयूआई के बैनर तले बीएससी के मूल्यांकन में टापर छात्राओं को मिले जीरो अंक की समस्या लेकर पहुंचे थे। प्रशासनिक भवन परिसर में कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडे से चर्चा चल रही थी। इसी दौरान कुलसचिव डॉ. प्रशांत पुराणिक ने चर्चा करते हुए तेश में आकर कुछ कहा था। जिससे वहां मौजूद छात्र-छात्राओं ने आपत्ति ली। कुलसचिव डॉ. पुराणिक द्वारा कहे गए शब्द को लेकर छात्र-छात्राएं ने उनसे माफी मांगने को कहा। कुलसचिव भी नाराज होकर अपने कक्ष में चले गए। इसको लेकर एनएसयूआई छात्र नेताओं और कुलसचिव के बीच जमकर बहस हुई। इस दौरान कुलपति प्रो पांडे भी मौजूद थे। पुलिस ने छात्रों को अलग किया। बाद में छात्राओं ने कुलपति को लिखित में कुलसचिव के खिलाफ शिकायती आवेदन दिया है। प्रदर्शन के दौरान एनएसयूआई जिलाध्यक्ष अंबर माथुर, प्रदेश महासचिव प्रीतेश शर्मा, प्रदेश सचिव तरूण गिरी मौजूद थे।
छात्राओं ने कहा ऐसे व्यवहार की उम्मीद नही थी
छात्राओं ने कहा हम तो मूल्यांकन गलत होने के कारण रिजल्ट की समस्या के हल के लिए आए थे। यहां पर कुलसचिव ने छात्राओं के सामने ही ऐसे अपशब्द का प्रयोग किया की लड़कियों को बताने में भी शर्म आ रही थी। छात्राओं ने आरोप लगाया कि हम यहां सौ किलोमीटर दूर से ऐसे वाक्य सुनने नही आए है। विश्वविद्यालय में गलत मूल्यांकन होने के कारण ही पढऩे वाली छात्राओं को भी जीरो अंक दिए है।
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