देश भर में मंगलवार को सीबीएसई बोर्ड के कक्षा 12वीं और 10वीं के नतीजे जारी कर दिए गए। इन नतीजों में एक बार फिर से बेटियों ने बाजी मारी है। सीबीआई बोर्ड में यूं तो किसी तरह की मेरिट लिस्ट नहीं बनाई जाती है, लेकिन कई होनहार छात्र-छात्राओं ने इस परीक्षा परिणाम में 95 प्रतिशत से भी अधिक नंबर लाकर अपने साथ-साथ अपने माता-पिता, अपने स्कूल और जिले का नाम रौशन किया है।
ऐसे ही मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाली कक्षा 12वीं की छात्रा जिया शुक्ला ने बगैर किसी ट्यूशन क्लास लिए, अपनी सेल्फ स्टडी के दम पर ही सफलता के झंडे गाड़े हैं। कॉमर्स स्ट्रीम से पढ़ते हुए उन्हें 95.5 प्रतिशत मार्क्स हासिल हुए हैं। अपनी इस सफलता का श्रेय जिया ने अपने माता-पिता के साथ ही विशेष रूप से स्कूल के टीचर्स को दिया है, जो की बगैर किसी भेदभाव के एक-एक छात्र-छात्रा पर विशेष ध्यान देकर उनकी पढ़ाई में मदद करते थे।
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चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने का सपना
जिया का मानना है कि इसी के चलते निजी स्कूलों के मुकाबले एक शासकीय स्कूल में पढ़ते हुए बगैर किसी कोचिंग क्लॉस के उन्हें यह उपलब्धि हासिल हो सकी है। अब उनका सपना है कि वे भविष्य में चार्टर्ड अकाउंटेंट का कोर्स करते हुए अपने माता-पिता का नाम रौशन करें। बता दें कि खंडवा के केंद्रीय विद्यालय का रिजल्ट यहां स्थित कई बड़े निजी और महंगे स्कूलों के मुकाबले 100 प्रतिशत रहा है, जिसमे जिया जैसे कई छात्र-छात्राओं को बड़ी सफलता मिली है।
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जिया की मां ने क्या कहा
वहीं, अपनी बेटी की सफलता पर जिया की मां सुनीता शुक्ला ने बताया कि उन्हें इस सफलता पर इतनी खुशी हो रही है कि इसे शब्दों में बयां कर पाना मुमकिन नहीं है। जिया के साथ-साथ उन्हें भी मेहनत करना होता था। जिया अक्सर पढ़ते-पढ़ते सो जाती थी, जिसे वे ध्यान देकर उठाती रहती थीं और उसे पढ़ाई करने का ध्यान दिलाती रहती थीं।
उन्होंने जिया को घर के कामों से दूर रहकर सिर्फ पढ़ाई करने का काम दे रखा था। जिया आठ लोगों के परिवार की चार भाई बहनों वाली सबसे बड़ी बेटी है। इसलिए अब उनका सपना है कि जिया की तरह ही उनके बाकी बच्चे भी सफलता हासिल करें।