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सोमवार को नालों की सफाई का निरीक्षण करतीं महापौर मालती राय।
भोपाल के 20 से ज्यादा बड़े नालों में कई फीट गाद भर गई है। यदि इनकी सफाई नहीं हुई तो बारिश में पुराने शहर के कई इलाकों में जलभराव के हालात बन सकते हैं। इसलिए नगर निगम का अमला इन्हें साफ करने में जुट गया है। महापौर मालती राय ने बताया, 30 मई तक बड़े नालों
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सोमवार को महापौर राय ने जोन-4 के नादरा बस स्टैंड से कबाड़खाना, सिंधी चौराहा तक नालों का सफाई अभियान का निरीक्षण किया। एमआईसी मेंबर आरके सिंह बघेल, जोन अध्यक्ष पूजा शर्मा, मंडल अध्यक्ष अजय राहुल भी मौजूद थे।

निरीक्षण के दौरान महापौर मालती राय के साथ एमआईसी मेंबर और सदस्य भी मौजूद थे।
बड़े नालों की सफाई पोकलेन से महापौर राय ने बताया कि छोटे नालों की सफाई जेसीबी और बड़ों की पोकलेन से सफाई कर रहे हैं। 30 मई तक बड़े नालों की सफाई पूरी कर लेंगे। वहीं, छोटे नालों की सफाई का काम 20 मई तक हर हाल में करना है। सफाई अभियान के चलते ही महापौर, एमआईसी मेंबर और पार्षद निरीक्षण कर रहे हैं। ताकि, कोई नाला सफाई से नहीं छूटे।
अतिक्रमण भी हटाएंगे महापौर राय ने बताया कि जिन नालों पर अतिक्रमण है, उन्हें भी हटाया जा रहा है। अमले को साफ निर्देश है कि किसी का भी अतिक्रमण को न छोड़ें। सब पर कार्रवाई करें।

भोपाल के बड़े नालों में कई फीट तक गाद भरी हुई है। ऐसे में यह बारिश के दौरान जलभराव की वजह बनते हैं।
पुराने शहर में बनते हैं जलभराव के हालात नालों की सफाई को लेकर ही रविवार को मंत्री विश्वास सारंग ने नरेला विधानसभा क्षेत्र में जाकर अभियान का जायजा लिया था। बारिश के दौरान जलभराव की सबसे ज्यादा स्थिति नरेला विधानसभा में ही बनती है। अशोका गार्डन, शिवनगर, करोंद समेत कई इलाकों में पानी भर जाता है। कई बार तो बारिश के दौरान सड़क पर बोट तक चल चुकी है।
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