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बुजुर्ग महिला को नाबालिग लड़का, युवक-युवती ठगी करते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए हैं।
ग्वालियर में भाई को खाना देकर वापस आ रही महिला को एक नाबालिग लड़का, युवक-युवती सम्मोहित कर सोने के झुमके उतरवा ले गए हैं। घटना शहर के जनकगंज थाना क्षेत्र के जनक अस्पताल के सामने होटल आनंद पैलेस के पास बुधवार की है।
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ठग महिला को बातों में उलझाकर कंपू स्थित पेट्रोल पंप पर ले गए। यहां जेवर उतरवाकर रूमाल में रखवाए फिर रूमाल देकर चले गए। जब महिला ने कुछ देर बाद रूमाल खोला तो उसमें गहने नहीं थे बल्कि पत्थर के टुकड़े थे।
घटना के बाद पीड़ित महिला जब जनकगंज थाने पहुंची तो वहां पर आवेदन लेकर कंपू थाने में एफआईआर दर्ज कराने की बात कही। जब कंपू पहुंची तो वहां पर जनकगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराने को बोला गया।
सुबह से शाम तक ठगी का शिकार बुजुर्ग महिला इधर से उधर चक्कर लगाती रही। देर शाम तक महिला की शिकायत पर किसी भी थाने में मामला दर्ज नहीं हुआ है, जबकि घटना का CCTV कैमरे का फुटेज भी मिल चुका है।

ठगी की शिकार मायादेवी।
शहर के जनकगंज थाना क्षेत्र के जनक अस्पताल के पास रहने वाली 70 वर्षीय माया देवी पत्नी अशोक गर्ग एक गृहिणी हैं। उनका बेटा व्यवसायी हैं और चावड़ी बाजार में उनके भाई की शॉप है। जिन्हें रोज वह टिफिन देने के लिए जाती है।
रोजाना की तरह बुधवार की सुबह साढे़ आठ बजे भी वह टिफिन देकर वापस लौट रही थी। तभी एक बारह वर्षीय किशोर उनके पास पहुंचा और बताया कि उसके सेठ ने उसे काम से निकाल दिया है और मुझे धौलपुर जाना है। इसके बाद उसने महिला से मदद मांगी। किशोर की मदद के लिए आए युवक-युवती बुजुर्ग महिला उससे बात कर रही थीं तभी लगभग 25 साल का एक युवक उनके पास आया और कहा कि मैं भी धौलपुर जा रहा हूं इसे छोड़ दूंगा, आप बस स्टैंड तक मेरे साथ चलो। इसके बाद यह तीनों लोग अनेजा मॉल तक पैदल गए, इसके बाद यहां से एक ऑटो में बैठ गए।
ऑटो में पहले से ही एक युवती बैठी हुई थी। युवती भी उनकी मदद की बात करने लगी। ऑटो में बैठकर यह सभी कंपू स्थित पेट्रोल पंप के नजदीक पहुंच गए। यहां पर युवक और किशोर ऑटो से उतरे और कहा कि वह धौलपुर जाने का साधन देखते हैं। इस बीच विश्वास में लेकर महिला के कान के बाले उतारकर रुमाल में रख दिए और रूमाल उनको दे दिया। इसके बाद वह बस देखने चले गए।
ऐसे गए फिर लौटे ही नहीं काफी देर इंतजार के बाद जब वे वापस नहीं लौटे तो महिला ने रुमाल खोला तो उसमें बाले नहीं थे और बाले के स्थान पर छोटे-छोटे पत्थर के टुकड़े रखे हुए थे। इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना अपने परिजन को दी फिर जनकगंज थाने पहुंची।
वहां लिखित आवेदन दिया, लेकिन वहां से आवेदन लेने के बाद पुलिस ने घटना स्थल कंपू का होने पर वहां भेज दिया। कंपू पहुंची तो पुलिस ने घटना स्थल जनकगंज का होने पर वापस जनकगंज भेज दिया। रात तक इस मामले में कोई FIR दर्ज नहीं हो सकी थी।
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