Home अजब गजब रायबरेली के इस शख्‍स ने स्टार्टअप को बना द‍िया 280000000000 रुपए की...

रायबरेली के इस शख्‍स ने स्टार्टअप को बना द‍िया 280000000000 रुपए की कंपनी, नाम है… और ब‍िजनेस… – meet man from Raebareli turned his startup into a company worth Rs 280000000000 the name is and the business – HIndi news, Business news

49
0

[ad_1]

Success Story: विक्रम चोपड़ा, जो उत्तर प्रदेश के रायबरेली से हैं, अब बिजनेस की दुनिया में एक बड़ा नाम हैं. विक्रम ने आईआईटी बॉम्बे से पढ़ाई की. साल 2001 से 2006 के बीच उन्होंने इंजीनियरिंग की और बैचलर और मास्टर की डिग्री हासिल की. ग्रेजुएशन के बाद, उन्होंने अपने करियर की शुरुआत मैकिंजी एंड कंपनी में एक एनालिस्ट के रूप में की, जहां उन्होंने तीन साल काम किया और फिर सिक्वोया कैपिटल में एक इंवेस्टमेंट एनालिस्ट के रूप में शामिल हुए.

साल 2012 में, विक्रम ने FabFurnish नाम का एक स्टार्टअप शुरू किया, जो होम डेकोर के क्षेत्र में था. लेकिन तीन साल की मेहनत के बाद भी यह वेंचर सफल नहीं हो सका. इसके बाद उन्होंने अगले बड़े आइडिया पर काम करने का फैसला किया.

Cars24 की स्थापना
साल 2015 में, विक्रम ने Cars24 की नींव रखी. भारत के यूज्ड कार मार्केट में एक कमी को पहचानते हुए, उनके द‍िमाग में ये आइड‍िया आया. उस समय, यूज्ड कार खरीदना या बेचना एजेंट्स पर निर्भर था. विक्रम ने इस प्रक्रिया को आसान बनाने और पारदर्शिता लाने के लिए एक संगठित प्लेटफार्म पर काम शुरू किया.

एक बार और प‍िता बनना चाहते हैं एलन मस्क! क्रिप्टो इन्फ्लुएंसर से पूछा- मेरे बच्‍चे की मां बनोगी? लड़की ने जवाब द‍िया…

Cars24 ने विक्रेताओं को अपनी कारें सीधे प्रमाणित खरीदारों को बेचने के विकल्प दिए, जिसमें तेज भुगतान, बिना झंझट के आरसी (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट) ट्रांसफर, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से सही कार वैल्यूएशन जैसी सुविधाएं शामिल थीं.

Cars24 का ग्रोथ
पहले साल में, Cars24 ने 32 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाई और दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और बेंगलुरु में विस्तार किया. साल 2015 के अंत तक, Cars24 ने 12 शहरों में 50 शाखाएं खोलीं और 1 लाख से ज्यादा कारें बेचीं.

साल 2018 तक, Cars24 ने Sequoia Capital जैसे निवेशकों से 340 करोड़ रुपये की अतिरिक्त फंडिंग जुटाई और 1,740 करोड़ रुपये का मूल्यांकन हासिल किया. कंपनी को OLX, Droom, और Mahindra First Choice जैसी बड़ी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा, लेकिन विक्रम ने क्‍व‍िक पेमेंट, घर पर सेवा और डीलरों के लिए B2B नीलामी जैसे नए फीचर्स पेश करके कंपनी को आगे बढ़ाया.

Cars24 ने भारत के इस्तेमाल की हुई कारों के बाजार में क्रांति ला दी और देखते ही देखते इसे 28,000 करोड़ रुपये का ब‍िजनेस बना दिया. Cars24 ने ‘एक ही विजिट में अपनी कार बेचें’ का कॉन्सेप्ट लॉन्च किया और कार बेचने के लिए कई बार आने की जरूरत को कम कर दिया. कंपनी ने भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया

इसने यूएई, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण पूर्व एशिया जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी काम शुरू किया. अब कंपनी सालाना 1.5 लाख कारें बेचती है, जिसकी आय 2,270 करोड़ रुपये है. साल 2017 में, Cars24 ने DST Global से 1,510 करोड़ रुपये जुटाए और इस्तेमाल की हुई कारों की जगह में पहला भारतीय यूनिकॉर्न बन गया. इस प्लेटफॉर्म के पास अब भारत के संगठित इस्तेमाल की हुई कारों के बाजार का 65% हिस्सा है. 15 मिलियन से अधिक ऐप डाउनलोड, 200 शहरों में 200+ शाखाएं, और मासिक लेनदेन 2 लाख से अधिक हो गए हैं.

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here