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आपराधिक केसो में कई तरह की होनी वाली फॉरेंसिक जांचे अब रतलाम में होगी। जांच के लिए पुलिस को रतलाम से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। इस फॉरेंसिक लैब का फायदा रतलाम समेत 4 जिलो को मिलेगा। सीएम डॉ. मोहन यादव ने फॉरेंसिंक लैब का भोपाल से वर्चुअल शुभांरभ किया।
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शहर के विरियाखेड़ी जुलवानिया रोड पर लैब काफी समय पहले बनकर तैयार हो गई थी। संसाधन व स्टाफ की नियुक्ति के बाद इसे विधिवत् रूप से शुभारंभ किया। वर्चुअल शुभारंभ करते हुए सीएम डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश के पुलिस महकमे में सुविधाएं बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए सरकार काम कर रही है।

लैब के शुभारंभ अवसर पर मौजूद जनप्रतिनिधि व अधिकारी।
रतलाम ग्रामीण विधायक मथुरालाल डामर, महापौर प्रहलाद पटेल, डीआईजी मनोज कुमार, कलेक्टर राजेश बाथम, एसपी अमित कुमार, एएसपी राकेश खाखा, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय अन्य मौजूद रहे।
इन जिलो को मिलेगा फायदा
अपराधिक मामलो में फॉरेसिंक जांचों के लिए पुलिस को पहले इंदौर, सागर व भोपाल में जाना पड़ता था। रिपोर्ट आने में भी समय लगता था। फारेंसिक साइंस लैब का फायदा रतलाम समेत मंदसौर, नीमच और झाबुआ जिले को भी मिलेगा।
यह जांचें होगी
विसरा, सलाइवा और नशीले पदार्थों की जांच की जाएगी। मंदसौर और नीमच जिले में नारकोटिक्स की जांच के सैंपल आते हैं। इन दोनों जिलों के नारकोटिक्स सैंपल की जांच भी यहीं पर होगी।
डीआईजी मनोजसिंह ने बताया जटिल व गंभीर अपराध में उनमें त्वरित न्याय मिले है। इसलिए जिलो में लैब खोली जा रही है। 50 प्रतिशत स्टॉफ की पूर्ति हो चुका है। लैब में 3.10 करोड़ रुपए के उपकरण लगाए गए हैं। बनाने में 3.66 करोड़ खर्च हुए है। प्रारंभिक रूप से बायोलॉजिकल, टॉक्सिकोलॉजी, कैमिकल जांच होगी। आगे इसे और बढ़ाया जाएगा।
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