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Liquor is being sold on every street in the religious city | धर्म नगरी में गली–गली बिक रही शराब: ओरछा में चाय दुकानों पर, दतिया में रेस्टोरेंट में मिल रही; बेचने वाले भास्कर के कैमरे में कैद – Madhya Pradesh News

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धार्मिक नगरी ओरछा और दतिया में प्रतिबंध के बावजूद रेस्टोरेंट और गलियों में शराब बेची जा रही है।

मध्यप्रदेश सरकार ने राज्य के 19 धार्मिक शहरों में शराब बिक्री पर रोक लगा दी है। लेकिन इन शहरों में शराब गली-गली बिकने लगी है और यह सब हो रहा है शराब बिक्री बंद होने के मात्र 15 दिन के अंदर।

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सरकारी शराब दुकानें बंद होने के बाद दैनिक भास्कर ने राम राजा की नगरी ओरछा और पीतांबरा पीठ के स्थल दतिया पहुंचकर जाना कि वहां जमीनी हालात कैसे हैं? ओरछा में बस स्टैंड पर स्थित चाय की दुकान और गलियों से शराब बिकती मिली। वहीं, दतिया में रेस्टोरेंट से लेकर घरों से अवैध शराब बिक्री का सच सामने आया। शराब बेचने वाले भास्कर के कैमरे में कैद भी हुए। पढ़िए ये खास रिपोर्ट …

‘ओरछा में ही सबकुछ मिल जाता है तो कोई यहां क्यों आएगा?’ शराब बिक्री बंद होने का सच जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम पहले ओरछा पहुंची। झांसी से ओरछा की ओर जाते समय सीमा पर ओरछा तिगेला (जहां तीन गेल या गलियां मिलती हैं) के ठीक सामने शराब की दुकान है। स्थानीय लोगों ने बताया कि ओरछा की सीमा पर यह दुकान पहले से है। दुकान के सामने कोई नहीं दिखा।

हमने पड़ोस में दुकान चलाने वाले लोगों से पूछा तो उन्होंने कहा- शाम को भीड़ होगी। वैसे कोई खास भीड़ नहीं होती। ओरछा में ही सबकुछ मिल जाता है तो कोई 7-8 किलोमीटर दूर यहां क्यों आएगा?

हमने सवाल किया- शहर में तो बिक्री बंद है? कहां मिल जाती है शराब? जवाब मिला-हर जगह मिल जाती है। आप तो होटल में रुकेंगे न… वहीं के लड़के को बोल दीजिएगा, पांच मिनट में ला देगा।

कुएं के सामने वाली दुकान पर मिल जाएगी ओरछा पहुंचकर हमने शराब बिक्री के अवैध ठिकानों को तलाशना शुरू किया। मामूली पूछताछ में ही पता चल चुका था कि पुराने बस स्टैंड के पास कुएं के सामने चाय-नाश्ते की दुकान से शराब बिकती है। लेकिन वह परिचितों को ही शराब देता है। भास्कर रिपोर्टर ने इस दुकान से दो दुकान दूर सैलून में शेविंग कराते हुए बातचीत शुरू की।

कुछ ही देर में बात गर्मी के तीखेपन से होते हुए बीयर की मांग पर आई। आसपास के लोग खुलने लगे। बोले- आपको कहां जाना है, बगल की दुकान पर ही बिकती है। एक युवक बोला- पास ही मेरी होटल है। आप वहां जाकर बैठो, कुछ ऑर्डर करो, लड़का ला देगा। रिपोर्टर रेस्टोरेंट पहुंचा और मालिक का हवाला दिया तो वेटर तुरंत शराब लाकर देने पर राजी हो गया।

कीमत चुकाने के बहाने रिपोर्टर वेटर के साथ कुएं के सामने की चाय की होटल कृष्णा टूरिस्ट पॉइंट पर पहुंच गया। बीयर की मांग करते ही दुकानदार देने को राजी हो गया। लेकिन तभी उसकी नजर मोबाइल पर पड़ी और उसने मोबाइल अंदर करने को कहा। इसके बाद दुकानदार बीयर की केन को पेपर में लपेटकर आया और रिपोर्टर को थमा दी।

ओरछा में इस दुकान से भी शराब बिकती है।

ओरछा में इस दुकान से भी शराब बिकती है।

गर्म दोपहरी में गली में बैठी महिला बेचती है शराब ओरछा में केवल यही दुकान नहीं है। यहां गली-गली शराब बिक रही है। यह साबित करने के लिए टीम ने तलाश जारी रखी। रिपोर्टर ने बीयर का ब्रांड अच्छा नहीं होने की बात कहते हुए वह केन वेटर को ही पीने को दे दी। केन हाथ में आते ही युवक ने उसे शर्ट में खोंसा और फुर्ती से बाइक की किक मारकर बोला- बैठिए, आपको अच्छी वाली पिलवाते हैं।

तपती दोपहरी में गर्म थपेड़ों के बीच उत्साहित वेटर ने करीब एक किलोमीटर बाइक दौड़ाई और होटल निरामय के पीछे गली में बने मकान के सामने ले जाकर खड़ा कर दिया।

यहां एक महिला दोपहर में घर के बाहर बैठी हुई थी। हम कुछ बोलते, इससे पहले ही एक स्कूटर सवार ने आकर बीयर की मांग कर दी। रिपोर्टर ने भी बीयर की मांग की तो महिला ने पूछा- कितने वाली? युवक ने पूछा क्या है तो महिला बोली- यहां 130 वाली भी है, 170 वाली भी।

गोंदरई रोड के पास बिकती है कच्ची शराब होटल से खाना पैक कराकर हम बहाने से बाहर निकल लिए। कुछ ही देर में शराब बेचने वाले दूसरे दुकानदारों की तलाश करने लगे। ठेलों वालों से कच्ची शराब मिलने का पता पूछा तो मालूम हुआ कि गोंदरई रोड पर गंज गेट के पास एक घर से कच्ची शराब बेची जाती है। इस घर के सामने नीम का पेड़ और आंगन है। यहीं युवक बैठकर ग्राहकों का इंतजार करता है, शाम को यहां लोगों की भीड़ लगती है।

यहां बीयर नहीं मिलती, कच्ची मिल जाएगी हम मौके पर पहुंचे तो युवक पेड़ के नीचे लेटा हुआ था। बीयर की मांग की तो पास ही खेल रहा 12-13 साल का बच्चा बोला- यहां बीयर नहीं मिलती, कच्ची मिलती है। हमने पूछा- कौन देगा? इतने में वो आंगन के दूसरे छोर पर गया और थर्माकोल के बॉक्स से पॉलीथिन में रखी हुई कच्ची शराब ले आया।

यह सरकारी सप्लाई की शराब भी नहीं थी, बल्कि पूरी तरह अवैध कच्ची शराब थी। ये जहरीली होने पर जानलेवा भी साबित हो सकती है। पॉलीथिन देकर बच्चे ने 30 रुपए मांगे और तुरंत सड़क की दूसरी ओर चला गया।

तस्कर पॉलीथिन में कच्ची शराब बेच रहे हैं। इसके लिए बच्चों का इस्तेमाल भी कर रहे हैं।

तस्कर पॉलीथिन में कच्ची शराब बेच रहे हैं। इसके लिए बच्चों का इस्तेमाल भी कर रहे हैं।

अब, दतिया में शराबबंदी की हकीकत ओरछा में दुकान-गली, चौराहे पर शराब बिकने की सच्चाई को परखने के बाद हमारी टीम यहां से करीब 40 किलोमीटर दूर दतिया पहुंची। मां पीतांबरा पीठ के इस शहर में भी शराब बिक्री बंद है। यहां हमने शराब बेचने वालों की तलाश शुरू की तो कुछ ही देर में पता चला कि बस स्टैंड पर होटल से शराब की बिक्री होती है।

भास्कर रिपोर्टर मौके पर पहुंचा और एक मैंगो जूस वाले से पूछताछ की। उसने एक रेस्टोरेंट संचालक को आवाज दी और कहा- ये करा देंगे।

रिपोर्टर ने रेस्टोरेंट संचालक से पूछा तो उसने साफ कहा- यहां शराब बेचना मना है। आप पांच किलोमीटर दूर जाकर ठेके से खरीद लो। इतना कहकर दुकानदार रेस्टोरेंट के अंदर चला गया।

मना करने के बाद रेस्टोरेंट संचालक अपने फोन में व्यस्त हो गया।

मना करने के बाद रेस्टोरेंट संचालक अपने फोन में व्यस्त हो गया।

पहले मना किया, फिर दे दी शराब कुछ देर यहां-वहां भटकने के बाद रिपोर्टर ने रिक्शा चालकों से बात की और ठेके तक जाने के लिए रिक्शा बुक किया। रिक्शे वाले ने 100 रुपए में आना-जाना तय किया। इस बीच बातों ही बातों में रिपोर्टर ने कहा- यहीं पास में रेस्टोरेंट पर भी तो मिल जाती है। तुम किराए के 100 रुपए रख लो, लेकिन जाने आने में समय खराब मत करो। यहीं से दिला दो।

इसके बाद रिक्शा चालक रेस्टोरेंट पर पहुंचा और मालिक से क्वार्टर मांगा तो वह देने काे तैयार हो गया। रिक्शा चालक ने रिपोर्टर के पास आकर 280 रुपए मांगे तो रिपोर्टर ने रुपए नहीं होने का हवाला देते हुए मोबाइल से पेमेंट करने की बात कही। थोड़ी ना-नुकुर के बाद दुकानदार तैयार हो गया।

रिपोर्टर ने दुकान पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन करने की कोशिश की तो दुकानदार ने रोक दिया। उसने अपने मोबाइल में एक क्यूआर कोड का फोटो दिखाया और स्कैन करने को कहा। रिपोर्टर ने 280 रुपए पेमेंट कर दिया। इसके बाद उसने शराब दे दी।

खुलकर बिक रहा यूपी का रसभरी ब्रांड बस स्टैंड से शराब खरीदने के बाद हमने रुख किया शराब बिक्री के दूसरे ठिकानों का। पड़ताल करने पर पता चला कि पंडाजी मढ़िया के पास की एक गली से बड़ी मात्रा में देसी शराब बेची जाती है। एक ई-रिक्शा से हम पंडाजी की मढ़िया तक पहुंच गए। यहां पूछने पर पता चला कि एक घर से देसी शराब बिकती है। मढ़िया पर पहुंचकर चबूतरे पर बैठे युवकों से पूछा तो वे खुद उस घर तक ले जाने को खड़े हो गए।

घर के पास पहुंचकर जैसे ही शराब के बारे में पूछा तो गेट के पास अंधेरे में बैठे व्यक्ति ने कहा- आज माल नहीं आया है। हम गली से वापस निकलकर मुख्य सड़क तक आए ही थे कि कुछ युवक वापस आए और बोले- आप बाहरी हो, वह आपको नहीं देगा। मुझे 150 रुपए दो, मैं लाकर देता हूं।

रुपए लेकर गए दोनों युवक अंधेरे दरवाजे तक गए। दो मिनट में वापस आकर दो फ्रूटी की तरह दिखने वाले टेट्रा पैक थमा दिए। यह देखकर हम चौंक गए कि रसभरी नाम से बिकने वाले यह पैकेट उत्तर प्रदेश के थे। इन पर कीमत 55 रुपए लिखी थी।

यहां रोज खप रहे सैकड़ों पैकेट इस इलाके में बात करने पर मालूम हुआ कि देसी शराब का धंधा यहां नया नहीं है। इस मकान के अलावा 500 मीटर दूरी पर दूसरे मकान की खिड़की से भी रसभरी के पैकेट बेचे जाते हैं। दतिया बस स्टैंड से बिकने वाली शराब भी उत्तर प्रदेश की थी।

इस तरह शहर में अंग्रेजी से लेकर देसी शराब तक उत्तर प्रदेश की ही बिक रही है। जिससे मध्यप्रदेश सरकार को राजस्व का नुकसान तो हो ही रहा है, शराब माफिया मनमाने दामों पर बिक्री भी कर रहे हैं।

जांच कराने के बाद कार्रवाई की जाएगी भास्कर रिपोर्टर ने धार्मिक क्षेत्रों में शराब बिक्री पर प्रतिबंध के बावजूद इसकी बिक्री पर आबकारी कमिश्नर अभिजीत अग्रवाल से सवाल किया। उन्होंने कहा कि इन मामलों में जिलास्तर पर जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

धार्मिक नगरी ओरछा में शराब की अवैध बिक्री के संबंध में निवाड़ी कलेक्टर लोकेश जांगिड़ से बात की गई तो उन्होंने शराब बिक्री वाले स्थानों की जानकारी मांगी। उन्होंने कहा- मैंने इसे नोट कर लिया है। संबंधित सभी जगहों पर कार्रवाई करवाता हूं।

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उज्जैन के पास खुलेआम शराब पीने का वीडियो

पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने उज्जैन के पास खुलेआम शराब पी रहे लोगों की भीड़ का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। जीतू का कहना है कि इस शराब दुकान का बोर्ड पिपलाई गांव के नाम से लगा है, असल में ये गांव से करीब 12 किलोमीटर दूर, उज्जैन नगर सीमा समाप्त होते ही आगर रोड पर संचालित हो रही है।​​​​​​​ पढ़ें पूरी खबर…

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