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बालाघाट जिले के कटंगी क्षेत्र में गुरुवार को अप्रैल माह से ही जल संकट गहरा गया है। बावनथड़ी नदी के सूख जाने से आसपास के 25 गांवों के कुएं भी सूख गए हैं। इससे पेयजल और सिंचाई दोनों प्रभावित हो रहे हैं। गुरुवार को ग्रामीणों और किसानों ने 50 किलोमीटर की
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पानी की मशीने से पानी निकालने की कोशिश करता हुआ युवक।
समिति के संयोजक और आंजनबिहरी सरपंच दीपक पुष्पतोड़े ने बताया कि जलस्तर गिरने से न तो किसान सिंचाई कर पा रहे हैं और न ही पंचायतों की नलजल योजनाएं चल पा रही हैं। 13 अप्रैल को मोवाड़ में चक्काजाम भी किया गया था, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।

राजीव सागर डैम के एसडीएओ कृष्ण कुमार पारधी के अनुसार, डैम में केवल 26 प्रतिशत पानी बचा है। दिसंबर 2023 से नहरों के माध्यम से पानी दिया जा रहा है, जो 30 अप्रैल तक जारी रहेगा। नहरों में पानी बंद होने के बाद 5 मई को बावनथड़ी नदी में पानी छोड़ा जाएगा। अप्रैल में ही यह स्थिति चिंताजनक है। आने वाले महीनों में जल संकट और गंभीर हो सकता है।

डैम में पानी सूखने से लोगों समस्या।
दरअसल, जल अभावग्रस्त, घोषित जिले में पानी को लेकर लोग परेशान हैं। खेतों में लगी फसल से लेकर पेयजल तक के लिए लोगो को समस्याएं हो रही हैं। रोजाना ही पानी की मांग आंदोलन और ज्ञापन के माध्यम से की जा रही है। पिछले दिनों ही समनापुर में किसानों ने भीमगढ़ बांध से पानी दिए जाने को लेकर चक्काजाम आंदोलन किया था। अब देखना है कि जिले में पानी की बढ़ती परेशानियों के बीच, प्रशासन पानी की उपलब्धता को लेकर क्या कदम उठाता है।
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