[ad_1]
![]()
निलंबित सीईओ स्वर्णलता काजले।
खंडवा जिले की छैगांवमाखन जनपद पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीईओ) स्वर्णलता काजले को इंदौर कमिश्नर दीपक सिंह ने निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई जिला पंचायत सीईओ के प्रतिवेदन पर की गई है। काजले को निलंबन अवधि में खंडवा कलेक्ट्रेट कार्यालय से संबद
.
कमिश्नर ने निलंबन आदेश में कहा कि काजले ने शासन के नियम-निर्देशों और वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना की, जो शासकीय कार्य में लापरवाही और अनुशासनहीनता को दर्शाता है। जिला पंचायत सीईओ द्वारा जारी कारण बताओ नोटिस का भी उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
यह था मामला
बता दें कि, पंधाना विधायक छाया मोरे ने जनपद निधि के 13.65 लाख रुपए बिना साधारण सभा की अनुमति के खर्च किए जाने की शिकायत की थी। इस मामले की जांच के बाद जिला पंचायत सीईओ डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा ने जनवरी में जनपद के बाबू टीकमसिंह गौर को निलंबित किया था और काजले पर कार्रवाई का प्रस्ताव कमिश्नर को भेजा था।
पहले भी लग चुके आरोप
काजले पहले भी पुनासा में सीईओ रहते हुए मनरेगा योजना के तहत घाट घोटाले में आरोपी रह चुकी हैं, जिसमें 1.41 लाख रुपए की रिकवरी प्रस्तावित थी।
[ad_2]
Source link

