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दमोह जिले में बिजली बिल बकायादारों पर विद्युत वितरण कंपनी द्वारा सख्ती से कार्रवाई की जा रही है। एक माह से लगातार गांव-गांव में टीम भेजकर कार्रवाई की जा रही है। 10 हजार रुपए से अधिक की राशि बकाया वाले उपभोक्ताओं को नोटिस जारी किए गए। इसके बाद भी राशि जमा नहीं करने वाले उपभोक्ताओं के घरों, खेतों में टीमें पहुंचकर सामग्री जब्त कर रही हैं। पिछले एक माह में 50 से 60 बाइकें अलग अलग गांवों से जब्त कर कुर्की की कार्रवाई की जा चुकी है।
25 हजार रुपए से अधिक बकायादारों उपभोक्ताओं के बैंक खाते भी सीज कराए जा रहे हैं। अब तक लगभग 100 खाते सीज कराने की बात अधिकारी कह रहे हैं। लगभग 50 से से 60 गांवों की बिजली सप्लाई भी बंद की जा चुकी है। हालांकि बिल जमा करने के बाद सप्लाई चालू कराई गई है। 31 मार्च तक बिजली बिल बकायादारों से वसूली की जा रही है।
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हाल ही में बटियागढ़ ब्लॉक के हिनौती गांव की बिजली सप्लाई बंद कर दी गई थी। दो दिन सप्लाई बंद रहने के बाद राशि जमा होने पर चालू कराई गई। हटा ब्लॉक के मडियादो के पास चौरईया गांव की सप्लाई बंद की गई। इससे ग्रामीणों को असुविधा हुई। कुछ गांव में ट्रांसफॉर्मर से सप्लाई बंद की जा रही है। जबेरा ब्लॉक के पड़री में ट्रांसफॉर्मर नहीं बदले गए। पथरिया ब्लॉक के लखरौनी में वार्ड दो में सप्लाई बंद होने से लोग पेयजल के लिए परेशान रहे।
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350 पंचायतों में बकाया है बिजली बिल
विद्युत वितरण कंपनी के अधीक्षण यंत्री सुभाष नागेश्वर का कहना है जिले की करीब 350 ग्राम पंचायतों में लगभग एक हजार गांव हैं। जिनमें 204 करोड़ रुपए का बिजली बिल बकाया है। जहां, जहां राशि जमा होती जा रही है वहां कार्रवाई नहीं की जा रही है। पहले समझाइश देते हैं नोटिस जारी करते हैं इसके बाद कार्रवाई होती है।
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