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मुरैना के ग्राम ऐंती स्थित शनि मंदिर पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया है। इस मंदिर में भगवान शनि की त्रेतायुगीन प्रतिमा है। मेले के लिए मुरैना पुलिस व जिला प्रशासन ने वहां इंतजाम किए गए हैं। दो ट्रेनें भी विशेष रूप से चलाई गई हैं।
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बता दें कि मुरैना के ग्राम ऐंती स्थिति शनि मंदिर पर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी विशाल मेले का आयोजन किया गया है। मेले की व्यवस्थाओं के लिए पुलिस व जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहेंगे। मेले में किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो इसके लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
दूर-दूर से दर्शन करने आते श्रद्धालु भगवान शनि के दर्शन करने के लिए न केवल मुरैना-ग्वालियर बल्कि आस-पास के शहरों के लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। इसके अलावा राजस्थान व उत्तर प्रदेश से भी लोग दर्शन करने आते हैं। रेलवे मंत्रालय द्वारा आगरा व झांसी से विशेष दो ट्रेनों का भी मेले के लिए संचालन किया गया है, जिससे यात्रियों को लाने-ले जाने में कोई असुविधा न हो।
इस समय दिन में तेज धूप हो जाती है, इसलिए कई श्रद्धालु रात में ही मंदिर में पहुंच गए हैं। सुबह से ही दर्शन व पूजा पाठ शुरू हो चुका है। श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने के कारण महिला व पुरुष की अलग-अलग लंबी लाइनें लगती हैं। तेज धूप व गर्मी से बचने के लिए लोग जल्द सुबह से ही लाइन में लग जाते हैं।
बाल मुंडवाने तथा जूते-चप्पल छोड़ने की परंपरा शनि अमावस्या पर शनि मंदिर के बाहर अपने पुराने जूते-चप्पल तथा बाल मुंडवाने की परंपरा है। मेले में ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोग अपने जूते चप्पल छोड़कर जाते हैं तथा बाल मुंडवाकर नहाते हैं, उसके बाद शनि प्रतिमा पर सरसों का तेल तथा काले तिल चढ़ाते हैं।
इस मौके पर विभिन्न सामाजिक संस्थानों तथा ग्रामीणों द्वारा भंडारे आयोजित किए गए हैं। जिला प्रशासन द्वारा भी पुलिस व अधिकारियों के लिए भंडारे की व्यवस्था की गई है।
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