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‘सनातन धर्म में पवित्र किताब नहीं, पवित्र लाइब्रेरी है’, इंडिया टीवी सत्य सनातन कॉनक्लेव में बोले पुंडरिक गोस्वामी

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Pundrik Goswami
Image Source : INDIA TV
पुंडरिक गोस्वामी

इंडिया टीवी के सत्य सनातन कॉनक्लेव में कथावाचक पुंडरिक गोस्वामी ने सनातन धर्म को लेकर अपने विचार रखे और इसके उत्थान में योगदान देने के लिए पीएम मोदी की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि मुगलों के कारण बृज क्षेत्र बहुत ज्यादा पिछड़ गया। यहां का इतिहास भी मिटा दिया गया था, लेकिन अब बृज आकर्षण का केंद्र है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी मोरपंख लगाकर द्वारका पहुंचे थे। यह काम धर्म को गहराई से जानने वाला व्यक्ति ही कर सकता है। द्वारका की धरती ने शायद 5000 साल बाद मोरपंख देखा होगा।

गोस्वामी के अनुसार आगरा और दिल्ली के बीच 84 कोष का बृज मंडल है। यही क्षेत्र मुगलों की राजधानी रहा। इस वजह से बहुत पिछड़ गया। इतिहास के पन्नों में इसका उल्लेख नहीं है। बृज मंडल को समाप्त करने की कोशिश की गई। यहां कृष्ण संबंधी गोवर्धन, यमुना और मिट्टी के आलावा कुछ नहीं बचा। चैतन्य महाप्रभु ने सबसे पहले विश्व को बताया ये वृंदावन है। अभी का बृज पिछले 500 सालों में रिहैबिलेट हुआ है। भगवान कृष्ण कई बार परीक्षा लेते हैं। जो अयोध्या की स्थिति है, वो 500 साल पहले बृज की स्थिति थी। किसी को कुछ पता ही नहीं था कौन कहां क्या है। औरंगजेब ने वृंदावन में गोविंद देव की मल्टी स्टोरी मंदिर को तोड़ा। बृज के कई क्षेत्रों का नाम बदला। बहुत ज्यादा हिंसा हुई, लिखने वाले लिख दें ये भी हिम्मत नहीं हुई। 

गुणों की खान था रावण

गोस्वामी के अनुसार रावण ने एक स्त्री को लिया था, उसको हजारों साल से हर साल जलाते हैं। रावण के लिखे श्लोकों के बिना शिव की पूजा नहीं हो सकती। वंश में ऊंचा, कुल में ऊंचा, उसके लोग उसके लिए मरने को तैयार थे। देश रावण की संतान नहीं, राम की संतान होना चाहता है। जो रामजी के प्रेमी हैं, उनके वंश में रावण का कोई अंश नहीं है। हम लोग रामवंशी हैं। राम से आराम भी है और संपू्र्ण जीवन को विराम भी है। 

क्यों खास है मथुरा?

पुंडरिक गोस्वामी ने बताया कि पूरे धरती पर एक जगह ऐसी है, जहां परमात्मा ने जन्म लिया है। जहां परमात्मा मां की कोख में पहली बार बैठा है। जन्म शब्द किसी अवतार से नहीं जुड़ा है। एकमात्र कृष्ण ऐसे हैं, जिन्होंने जन्म लेकर धरती को मोक्ष का मार्ग दिखाया। श्री कृष्ण ने दुनिया को प्रेम का पाठ पढ़ाया। मथुरा में अगर पहले परिवर्तन नहीं होता तो अब भी नहीं करते। बीच में अल्ट्रेशन हुआ तो अल्टर करना धर्म का नियम है। उन्होंने कहा कि मथुरा हमारे सभी तीर्थों में श्रेष्ठ है। कोई दूसरे आस्था की वहां व्यवस्था की आवश्यकता ही नहीं है। मथुरा का संबंध श्री कृष्ण से है। जगह का संबंध किसी दूसरे उपासना प्रणाली से नहीं है। मथुरा ऐसी धरती है जहां हमारे बाल गोपाल ने जन्म लेकर आनंद लिया। कृष्ण मंदिर में इस समाज के हर इंसान को सहयोग करना चाहिए। मथुरा साक्षात ब्रम्हांड के अधिपति श्री कृष्ण का स्थान है। श्री कृ्ष्ण के स्थान के निर्माण के लिए विश्व के प्रत्येक व्यक्ति को सहयोग करना चाहिए। 

सनातन धर्म में पवित्र लाइब्रेरी

गोस्वामी ने कहा कि इस धरती से आप जिस लोक में जाएंगे उसका नाम गरूर पुराण है। सनातन धर्म में होली बुक नहीं होली लाइब्रेरी है। मुनस्मृति समाज शास्त्र है।

पीएम मोदी स्वधर्म के लिए अत्यंत श्रेष्ठ

पीएम मोदी को लेकर उन्होंने कहा कि वह अपने स्वधर्म के प्रति अत्यंत श्रेष्ठ हैं। वह उसकी सेंसेटीविटी जानते हैं। वह सबका हित कर रहे हैं। उन्होंने कई ऐसी सूक्ष्म चीजें की जो धर्म को गहराई से जानने वाला ही कर सकता है। पीएम मोदी जब द्वारका में नीचे गए तो उन्होंने मोरपंख लगाया था, उस धरती ने 5 हजार साल बाद मोरपंख देखा होगा। उन्होंने अंत में कहा कि शासन और अनुशासन जरूरी है। सबको सनातन कनेक्शन रखना चाहिए। चाहे हाथ हो, चाहे झाड़ू हो, या फिर हाथी हो। सबका सनातन संबंध है, वो जानते नहीं हैं। स्त्री और पुरूष में सदा उच्च स्त्री है।

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