6 साल किया ट्रेलर का काम, फिर शुरू किया खुद का काम, अब लोगों को दिया रोजगार, सालाना 10 लाख की कर रहे कमाई

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औरंगाबाद के शाहजहां खां अपनी सफलता की कहानी अपनी मेहनत के दम पर लिख रहे हैं, कभी ट्रेलर की दुकान पर काम करने वाले शाहजहां आज जिले में अपनी एक अलग पहचान बना चुके हैं. उन्होंने कई लोगों को रोजगार भी दिया है.
ईद को लेकर दुकान में लगी भीड़
हाइलाइट्स
- शाहजहां खां ने 6 साल टेलरिंग का काम किया.
- अब उनका खुद का व्यवसाय है और सालाना 10 लाख कमाते हैं.
- उनके पास 20 से अधिक स्टाफ काम करता है.
औरंगाबाद. कहते हैं मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती! ऐसा कर दिखाया हैं औरंगाबाद के प्रसिद्ध टेलर शाहजहां खां ने, जिन्होंने 6 साल तक एक कपड़े के दुकान में काम किया और लोगों के कपड़े बनाए. उसके बाद उन्होंने खुद का व्यवसाय शुरू किया और आज सालाना 10 लाख रुपए से अधिक की कमाई कर रहे हैं.
टेलर शाहजहां ने बताया कि साल 2007 में शहर के प्रसिद्ध रेमंड शोरूम में दर्जी के रूप में नौकरी की शुरुआत की थी, जिसमें उनके द्वारा सूट और शेरवानी, पैंट शर्ट बनाने का काम किया जाता था. धीरे-धीरे उनकी कारीगरी लोगों को पसंद आने लगी. फिर कई लोगों ने सलाह दी कि खुद का सिलाई सेंटर शुरू करें. साल 2013 में उन्होंने अपना खुद का सिलाई सेंटर यस सर नाम से शुरू किया. शाहजहां ने बताया कि शुरुआत में उन्होंने कर्ज लेकर दुकान खोली. जिसमें 1 स्टाफ के साथ काम करना शुरू किया. बता दें फिलहाल उनके पास 20 से अधिक का स्टाफ है.
खुद का शुरू किया सेंटर
शाहजहां ने बताया उनके द्वारा सभी तरह के कपड़ों का काम किया जाता है. दूल्हे की शेरवानी, कोर्ट बांडी से लेकर शर्ट पैंट भी बनाते हैं. इसके साथ ही दूल्हा टोपी, जूता से लेकर पर्स, बेल्ट सहित अन्य सामग्री भी रखते हैं. इसके लिए उन्होंने कई अत्याधुनिक मशीनों को भी खरीद लिया है. जिससे कपड़े आसानी से वॉश और आयरन किए जा सकते हैं.
20 से अधिक स्टाफ करता है काम
बता दें ईद के मौके पर कुर्ता पजामा बनाने वालों की होड़ भी लगी हुई है. शाहजहां ने बताया कि लोग हमारे शॉप पर भरोसा करते हैं. इसलिए चाहे जितना भी लेट हो वो कपड़ा यही से बनवाना पसंद करते हैं. ऐसे में ईद के मौके पर रोजाना 30 से अधिक कपड़े तैयार किए जा रहे हैं. बता दें शर्ट पेंट से लेकर कोर्ट और शेरवानी का चार्ज अलग-अलग है. वहीं, उनके द्वारा होलसेल रेट पर भी ग्राहकों को कपड़ा बेचा जाता है. जिससे ग्राहक को किसी अन्य दुकान में जाने की आवश्यकता नहीं होती है. इस दुकान से सालाना 10 लाख रुपए से अधिक की कमाई हो जाती है.
Aurangabad,Aurangabad,Bihar
March 17, 2025, 07:56 IST
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