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फिल्मों में एक्टिंग, असल जिंदगी में सेवा! कैंसर मरीजों के लिए दीपिका का बड़ा संकल्प, 2017 से कर रही बाल दान

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दीपिका पारीक, श्रीगंगानगर निवासी, कैंसर पीड़ितों के लिए बाल दान कर रही हैं. वे हिंदी और मलयालम फिल्मों में अभिनय कर रही हैं और महिला सशक्तीकरण के लिए पुरस्कृत हैं.

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दीपिका पारीक को अनेक अवॉर्ड मिले हैं

हाइलाइट्स

  • दीपिका पारीक कैंसर मरीजों के लिए बाल दान कर रही हैं.
  • दीपिका हिंदी और मलयालम फिल्मों में अभिनय कर रही हैं.
  • दीपिका को वूमन लीडरशिप अवार्ड-2019 से सम्मानित किया गया.

अमित दुडी/श्रीगंगानगर. कैंसर का नाम सुनते ही डर महसूस होता है, इसलिए लोग इसका जिक्र करने से भी बचते हैं. यह बीमारी कई प्रकार की हो सकती है, लेकिन आजकल इसका इलाज संभव है, और कई लोग इससे लड़कर आगे बढ़ रहे हैं. खास बात यह है कि मरीजों का साथ सिर्फ उनका परिवार ही नहीं, बल्कि कई नेकदिल लोग भी दे रहे हैं.

उन्हीं नेकदिल लोगों में से एक हैं श्रीगंगानगर जिले के लालगढ़ जाटान कस्बे की रहने वाली दीपिका पारीक. वह कैंसर पीड़ित मरीजों के लिए अपने सिर के बाल दान कर उनके उदास चेहरों पर मुस्कान ला रही हैं. उनके दान किए गए बालों से विग बनाई जाती है, जो उन मरीजों को दी जाती है, जिनके बाल कैंसर के कारण झड़ चुके होते हैं.

कई फिल्मों में कर रही है अभिनय
कीमोथेरेपी के दौरान कैंसर पीड़ितों के सिर के बाल झड़ जाते हैं, जिससे लोग उन्हें अजीब नजरों से देखने लगते हैं. यह रवैया मरीजों को मानसिक रूप से आहत करता है. ऐसे ही दर्द को समझते हुए दीपिका पारीक ने अपनी खुशी से अपने बाल दान कर दिए और छोटे बालों को ही अपना नया फैशन बना लिया. दीपिका पारीक महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न समाजसेवी कार्यों में सक्रिय हैं, जिसके लिए उन्हें कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं. वे हिंदी और मलयालम फिल्मों में अभिनय कर रही हैं और राजस्थान, उत्तराखंड समेत कई राज्यों में महिलाओं, बच्चों और कैंसर रोगियों के लिए कल्याणकारी योजनाओं में स्वेच्छा से योगदान दे रही हैं.

2017 में बाल दान करने का किया फैसला
दीपिका पारीक बताती हैं कि जब वे समाज सेवा के लिए दिल्ली के अस्पतालों में जाती थीं, तो कई बीमारियों से पीड़ित लोगों से मुलाकात होती थी, लेकिन कैंसर पीड़ित महिलाओं और बच्चों की तकलीफ उन्हें सबसे ज्यादा झकझोरती थी. कीमोथेरेपी के कारण बाल गंवा चुकी महिलाएं उनके लंबे बाल देखकर कहती थीं कि अब उनके बाल दोबारा नहीं आएंगे, जिससे वे डिप्रेशन में चली जाती थीं. यह देखकर दीपिका ने 2017 में अपने सिर के बाल दान करने का फैसला किया ताकि कैंसर मरीजों के लिए विग बनाई जा सके. जब वे बिना बालों के उन मरीजों के बीच पहुंचीं और उनका हौसला बढ़ाया, तो मरीजों में नई उम्मीद जगी. इसके बाद दीपिका ने छोटे बालों को ही अपना फैशन बना लिया और समाज में अपनी अलग पहचान बनाई.

दीपिका को मिला वूमन लीडरशिप अवार्ड

दीपिका पारीक को दिसंबर 2019 में महिला सशक्तीकरण, गरीबों और जरूरतमंद बच्चों के उत्थान और  कैंसर रोगियों के लिए किए गए सकारात्मक कार्यों के लिए वूमन लीडरशिप अवार्ड-2019 से सम्मानित किया गया. इस अवार्ड की खासियत यह थी कि भारत की शीर्ष पांच महिलाओं को उनके क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के आधार पर पूरे देश से 700 प्रत्याशियों में से चुना गया था. फरवरी 2020 में मुंबई के ताज होटल में आयोजित 7वीं विश्व महिला लीडरशिप कॉन्फ्रेंस में दीपिका को वुमेन सुपर अचीवर अवार्ड से सम्मानित किया गया. इस प्रतिष्ठित समारोह में 45 देशों की लगभग तीन हजार प्रतिभागियों में से दीपिका को चुना गया. इसके अलावा, दीपिका को श्रीगंगानगर में ‘नारी शक्ति सम्मान’, श्रीगंगानगर चैंबर ऑफ कॉमर्स, धन-धन बाबा दीप सिंह समिति और ग्राम पंचायत लालगढ़ जाटान की ओर से सम्मानित किया गया. उन्हें मिसेज इंडिया ग्लोब और ईटी नाऊ लीडरशिप अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है.

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बालों की आहुति से बांटी खुशियां, कैंसर मरीजों के लिए मिसाल बनीं दीपिका, पढ़ें


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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