[ad_1]

बैतूल जिला जेल में बंद एक कैदी की मौत के मामले में प्रशासन ने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। मृतक अशोक वासुदेव खाड़े का पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों की टीम ने किया। इस दौरान वीडियोग्राफी भी कराई गई।
.
परिजनों का आरोप है कि जेल प्रशासन ने समय पर इलाज नहीं कराया। मृतक के पिता वासुदेव और दूसरी पत्नी रेणुका ने बताया कि मौत से एक दिन पहले अशोक से फोन पर बात हुई थी। उसने अपनी खराब तबीयत और इलाज में लापरवाही की शिकायत की थी।
जेल में तीन बार डॉक्टर से इलाज कराया
जेल अधीक्षक योगेन्द्र तिवारी ने इन आरोपों को खारिज किया है। उनका कहना है कि 9 तारीख को जेल में आने के बाद अशोक का तीन बार डॉक्टर से इलाज कराया गया। जेल आने से पहले की मेडिकल जांच में उसे एल्कोहलिक पाया गया था।
घटना के दिन दोपहर में बैरक में बात करते समय अशोक अचानक बेहोश हो गया। प्राथमिक जांच के बाद उसे जिला अस्पताल भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
भरण-पोषण के मामले में जेल भेजा गया था
अशोक को भरण-पोषण के मामले में जेल भेजा गया था। उसकी पहली पत्नी ने यह मामला दर्ज कराया था। राशि न चुका पाने के कारण कुटुंब न्यायालय ने उसे जेल भेजने का आदेश दिया था। पोस्टमार्टम के दौरान एसडीएम, तहसीलदार, एसडीओपी समेत कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। शुरू में परिजन पोस्टमार्टम कराने को तैयार नहीं थे, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश के बाद वे मान गए।
[ad_2]
Source link



