[ad_1]
छात्र देवेंद्र की मौत के बाद से उसका मोबाइल गायब है।
जबलपुर में एक 20 वर्षीय युवक की 7 मार्च को ग्वारी घाट स्थित खंडहर में खून से सनी लाश मिली थी। युवक की शिनाख्त देवेंद्र उपाध्याय के रूप में हुई थी। पुलिस का मानना था कि युवक ने खंडहर हो चुके माल की चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली है। घटनास्थल से म
.
इधर, परिवार का कहना है कि देवेंद्र आत्महत्या नहीं कर सकता है। मौत से कुछ घंटे पहले ही उसने मां और दोस्त से हंसते हुए बात की थी। मां से कहा था- इस वर्ष होली धूमधाम से मनाएंगे। पिता का दावा है कि देवेंद्र को कोई अपने साथ माल तक लेकर गया और फिर चौथी मंजिल से फेंक दिया। जिसने भी उसे मारा है। मोबाइल और बाइक की चाबी भी उसी के पास होगी। पढ़िए पूरी रिपोर्ट…

वह जगह जहां देवेंद्र का शव पड़ा मिला।
मां-दोस्त से की बात, फिर मोबाइल बंद 12वीं में फर्स्ट डिवीजन और फिर प्राइवेट काॅलेज से बीबीए की पढ़ाई करने वाला छात्र आत्महत्या जैसा कदम उठा सकता है, यह ना तो परिवार वाले मानने को तैयार है, और ना ही उसके दोस्त। 7 मार्च को सुबह 11 बजे अपने चचेरे भाई को स्कूल छोड़ने के लिए रानीताल गया था। इसके बाद देवेंद्र ने 1 बजकर 39 मिनट पर मां से 5 मिनट तक फोन पर बात की। कहा था कि होली इस बार कटनी में नहीं बल्कि जबलपुर में मनाएंगे। मां से बात करने के बाद देवेंद्र ने अपने एक दोस्त को कॉल किया। उसे बताया कि वह किसी काम से ग्वारीघाट जा रहा है। इसके बाद 1 बजकर 55 मिनट पर देवेंद्र का मोबाइल बंद हो गया।
देवेंद्र के पिता चंद्रभूषण उपाध्याय बीते 5 सालों से कटनी में रहकर एक प्राइवेट मिल में काम कर रहे थे। अगले माह काम छोड़कर देवेंद्र के साथ वह जबलपुर शिफ्ट होने वाले थे।
खंडहर में घुसे तो पास पड़ी थी लाश देवेंद्र के पिता चंद्रभूषण रोजाना दिन में एक बार उससे बात किया करते थे। 7 मार्च की शाम को करीब 5 बजे जब उन्होंने फोन लगाया तो मोबाइल बंद जा रहा था। इसके बाद भतीजे विनय उपाध्याय को कॉल करके पूछा तो उसने बताया कि दोस्त के साथ होगा। शायद बैटरी खत्म हो गई होगी। रात 8 बजे तक जब देवेंद्र का फोन ऑन नहीं हुआ तो विनय ने उसके दोस्तों को कॉल किया। पता चला कि दोपहर में साथ में पढ़ने वाले एक दोस्त से बात की थी। उसने दोस्त को ग्वारी घाट जाने का कहा था।
पुलिस की मदद से देवेंद्र के फोन की लोकेशन निकाली गई तो वह पोली पाथर के पास स्थित पुराने खंडहर के पास मिली। दोस्तों ने लोकेशन के आधार पर तलाश शुरू की तो सड़क किनारे उसका ईयर बर्ड्स पड़ा मिला। वे देवेंद्र को ढूंढते हुए खंडहर के अंदर घुसे तो वहां उसकी लाश पड़ी थी।

देवेंद्र उपाध्याय प्राइवेट कॉलेज से बीबीए की पढ़ाई कर रहा था।
एक बाद पता चलेगी मौत की सही वजह खून से सनी देवेंद्र की लाश को देखकर दोस्तों ने तुरंत ही ग्वारी घाट थाना पुलिस को सूचना दी। टीम के साथ थाना प्रभारी संगीता सिंह मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा कर पीएम के लिए मेडिकल काॅलेज भिजवाया। तलाशी के दौरान शव के पास पुलिस को देवेंद्र का ईयर बर्ड्स तो मिला, पर मोबाइल गायब था। युवक की मौत को पुलिस अभी आत्महत्या मानकर चल रही है। देवेंद्र की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट एक सप्ताह बाद आएगी, उसके बाद ही मौत की सही टाइमिंग और वजह पता चलेगी।
2 साल बड़ी लड़की से प्यार करता था देवेंद्र हनुमान ताल में देवेंद्र अपने दादा-दादी के साथ रहा करता था। 3 साल पहले एक परिवार उनके घर किराये से रहने आया था। इसी परिवार की 22 वर्षीय युवती से देवेंद्र प्यार भी करने लगा था। अक्सर दोनों की आपस में बात भी होती थी। 7 माह पहले युवती के माता-पिता ने मकान खाली कर दिया। वे कहीं और रहने लगे थे। इसके युवती ने उससे बात करना बंद कर दिया था। पुलिस को पूछताछ में मृतक के दोस्तों ने बताया कि कभी-कभी अपने दोस्तों से जिक्र करता था कि जिस लड़की को वह पसंद करता है, उससे बात नहीं कर रही है, इसलिए मरने का ख्याल आता है।
बेटा ग्वारी घाट क्यों गया, यह बड़ा सवाल

चंद्रभूषण का कहना है कि बेटे ने आखिरी बार दोस्त से फोन पर बात कर रहा था, तब उसके पास किसी लड़के की आवाज आ रही थी। उनका कहना है कि देवेंद्र ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उसकी चौथी मंजिल से फेंककर हत्या की गई है।
देवेंद्र के पिता का कहना है कि कोई उसे साथ में लेकर गया था। क्योंकि कोई व्यक्ति सुसाइड करता है तो उसके हाव-भाव बातचीत का लहजा बिगड़ जाता है, पर उसका ऐसा कुछ भी नहीं था। देवेंद्र ने अपने दोस्तों से कहा था कि आधे घंटे में घर के पास पहुंच रहा हूं। इस दौरान देवेंद्र को किसी ने आवाज देकर कहा था कि मैं यहां बैठा हूं।
देवेंद्र के पिता चंद्रभूषण उपाध्याय ने बताया-
बेटे की मौत को लेकर जिस लड़की का नाम सामने आ रहा है, वह परिवार के साथ गायब हो गई है। उसके घर में ताला लगा हुआ है। लड़की के परिवार वालों से सख्ती से पूछताछ की जाए तभी देवेंद्र की मौत का राज खुलेगा। एक साल पहले जब मेरी मां, देवेंद्र की दादी को दोनों के रिश्ते के विषय में पता चला था, तब परिवार वालों को समझाने बोला गया था, इस पर लड़की की मां ने हाथ जोड़कर चुप रहने कहा था, जिसका नतीजा आज सबके सामने है। जब उसका मोबाइल मिलेगा तब बहुत सारे रहस्य खुलेंगे।

देवेंद्र के भाई पर हमले की कोशिश चंद्रभूषण उपाध्याय ने बताया कि पुलिस जल्द से जल्द देवेंद्र की मौत का खुलासा करें, क्योंकि अब हम लोगों की जान को खतरा है। सोमवार दोपहर को भतीजा विनय और छोटा बेटा बाइक में सवार होकर शहर से घर तरफ जा रहे थे, उस दौरान कुछ लोग इनका पीछा भी कर रहे थे। बीच रास्ते में रोककर धारदार हथियार से हमला करने की कोशिश भी की गई है, जिन लोगों ने हमला किया है।
उन्होंने अपना चेहरा कवर किया था, घर के पास तक वो लोग आए और फिर गायब हो गए। देवेंद्र के पिता का कहना है, कि ये वही लोग हो सकते है, जिन्होंने देवेंद्र को मारा होगा, वो लोग अब कहीं न कहीं सबूत को मिटाने की कोशिश कर रहे हैं।

सीसीटीवी में नजर आया देवेंद्र जिस खंडहर नुमा माल की चौथी मंजिल से देवेंद्र गिरा था, सोमवार को एक बार फिर ग्वारी घाट थाना पुलिस के साथ एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची। करीब एक घंटे तक मौके पर रुककर टीम ने पड़ताल की। एफएसएल अधिकारी ने बताया कि भौतिक साक्ष्य के अनुसार एक ईयर बर्ड्स मिला है, जिसे परिजनों ने देवेंद्र का होना बताया है।
मृतक की पीएम रिपोर्ट और घटनास्थल से मिले साक्ष्य को इकट्ठा करने के बाद जो भी रिपोर्ट सामने आएगी, उसी के आधार पर जांच की जाएगी। देवेंद्र का मोबाइल अभी तक नहीं मिला है, जिसकी सर्चिंग करवाई जा रही है।

देवेंद्र का यह सीसीटीवी भी सामने आया है। बताया जा रहा है कि इसमें देवेंद्र खंडहर में जाता दिखाई दे रहा है।
बेसमेंट में भरा है पानी जिस जगह पर देवेंद्र की लाश मिली है, उसके आसपास गहरे-गहरे बेसमेंट बने हुए हैं। पुलिस यह भी मानकर चल रही है कि अगर देवेंद्र चौथी मंजिल से गिरता तो पानी में गिरता। एक संभावना यह भी है कि देवेंद्र का मोबाइल पानी में चला गया होगा। परिजनों ने मांग की है कि बेसमेंट को खाली करने के बाद उसका मोबाइल तलाश किया जाए।
[ad_2]
Source link



