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एडवोकेट बनी किसान की दुल्हन…कहा- ‘किसान गरीब नहीं, सम्मान के हकदार हैं’

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Karnataka: कोलार में एक एडवोकेट ने किसान से शादी कर समाज को संदेश दिया कि खेती सम्मानजनक पेशा है. लड़कियां किसानों से शादी करने से कतराती हैं, लेकिन यह सोच बदलनी चाहिए.

एडवोकेट बनी किसान की दुल्हन...कहा- 'किसान गरीब नहीं, सम्मान के हकदार हैं'

प्रतीकात्कम तस्वीर

कर्नाटक के कोलार जिले में एक अनोखी शादी हुई, जिसने समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया. कॉमर्स ग्रेजुएट से एडवोकेट बनीं ए नलिनी गौड़ा ने रविवार को श्री नंजनदेश्वर मंदिर में एक किसान एचएम नागराज गौड़ा से शादी रचाई. खास बात यह रही कि उन्होंने अपनी शादी के निमंत्रण पत्र में पति की प्रोफेशन को ‘किसान’ के रूप में स्पष्ट रूप से दर्ज कराया. उनका यह कदम उन लोगों को संदेश देने के लिए था, जो किसान दूल्हे से शादी करने से बचते हैं.

किसानों से शादी करने में क्यों हिचकिचाती हैं लड़कियां?
नलिनी गौड़ा का मानना है कि आजकल लड़कियां किसानों से शादी करने में रुचि नहीं दिखा रही हैं. उन्होंने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लड़कियां किसानों से शादी नहीं करना चाहतीं. कई युवा शादी के लिए शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं और मामूली वेतन वाली नौकरियां कर रहे हैं. अगर यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में खेती करने वाले पुरुष ही नहीं बचेंगे.” उनका मानना है कि यह एक गंभीर सामाजिक समस्या बनती जा रही है, जिस पर ध्यान दिया जाना चाहिए.

शहर की नौकरी से बेहतर है खेती – नागराज गौड़ा
नागराज गौड़ा, जो केवल II PUC (कक्षा 12) पास हैं और मलूर तालुक के रहने वाले हैं, का मानना है कि किसानों को समाज का पूरा समर्थन मिलना चाहिए. उन्होंने कहा, “एक किसान को दिनभर 10 से 12 घंटे मेहनत करनी पड़ती है. अगर मौसम अनुकूल रहे तो एक किसान शहर में काम करने वाले कई लोगों से ज्यादा कमा सकता है.” उनका यह तर्क उन लोगों के लिए सोचने योग्य है, जो खेती को एक असुरक्षित पेशा मानते हैं.

समाज को किसानों की ओर देखना होगा – किसान संघ अध्यक्ष
कोलार जिला रायत संघ (किसान संगठन) के अध्यक्ष के नारायण गौड़ा ने इस जोड़े की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने समाज के लिए एक मिसाल कायम की है. उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे ऐसे युवाओं का समर्थन करें, जो खेती को अपनाते हैं और उसे गर्व से आगे बढ़ाते हैं.

किसानों की शादी को बढ़ावा देने के लिए सरकारी मदद की मांग
कुछ साल पहले कोलार के मुदुवथी गांव के एक किसान ने तत्कालीन मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी से मांग की थी कि जो महिलाएं किसानों से शादी करती हैं, उन्हें सरकार की ओर से प्रोत्साहन मिले. यह दिखाता है कि यह समस्या कोई नई नहीं है.

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