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अस्पताल में वायोवेस्ट में सफाई कर्मी बिना सुरक्षा उपकरण के काम करते हुए
छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज ऑफ साइंस के जिला अस्पताल में मेडिकल बायोवेस्ट के संग्रहण को लेकर गंभीर लापरवाही सामने आई है। सफाईकर्मी बिना सुरक्षा उपकरणों के जैव चिकित्सा अपशिष्ट का निपटान करने को मजबूर हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य को गंभीर खतरा उत्पन्न हो रहा
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बता दें कि, मेडिकल बायोवेस्ट में सुई, सीरिंज, पट्टियां, रक्त से सनी रुई और अन्य चिकित्सा अपशिष्ट शामिल होते हैं, जिनमें खतरनाक बैक्टीरिया और वायरस मौजूद होते हैं। बिना दस्तानों और सुरक्षा उपकरणों के इनके संपर्क में आने से सफाईकर्मियों को हेपेटाइटिस, एचआईवी जैसे गंभीर संक्रमणों का जोखिम है।
स्थानीय निवासी राजेश दीक्षित ने बताया कि हाल ही में एक सफाईकर्मी को बायोवेस्ट की सुई चुभ गई थी। उन्होंने कहा कि बायोवेस्ट को सामान्य कचरे के साथ मिलाकर डालना न केवल सफाईकर्मियों के लिए, बल्कि पूरे शहर के लिए खतरनाक है।
नगर निगम के अधिकारी बोले- उनकी भूमिका वाहन उपलब्ध कराने तक
मामले में नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी अनिल मालवी ने बताया कि निगम की भूमिका सिर्फ सामान्य कचरे के संग्रहण के लिए वाहन उपलब्ध कराने तक सीमित है।
वहीं, अस्पताल के सिविल सर्जन नरेश गोनारे ने बताया कि बायोवेस्ट संग्रहण का ठेका राज सिक्यूरिटी नामक प्राइवेट कंपनी को दिया गया है, जिसकी सेवा शर्तों में सफाईकर्मियों को पीपीई किट उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी शामिल है। उन्होंने बताया कि सफाईकर्मियों को बिना सुरक्षा उपकरणों के काम करने के लिए मजबूर करना अत्यंत खतरनाक है।
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