[ad_1]
![]()
नागरिकों से मुलाकात करते जयवर्धन सिंह।
अल्पप्रवास पर गुना पहुंचे पूर्व केबिनेट मंत्री एवं राघौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह ने गुरुवार दोपहर कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल से मुलाकात की। उन्होंने पीपलखेड़ी में भील-आदिवासी समाज द्वारा लगाई जा रही क्रांतिकारी टंट्या भील की प्रतिमा लगाने के संबंध में क
.
इस दौरान जयवर्धन सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश की सरकार कर्ज के दलदल में बुरी तरह फंस गई है। 70 प्रतिशत बजट का पैसा कर्ज का ब्याज चुकाने में जा रहा है। इसके चलते नगरीय नगरपालिकाओं के पास पैसा नहीं है। हाल ही में नगरपालिका के प्रतिनिधि भोपाल में धरना दे चुके हैं।
भुगतान करने के लिए पंचायतों में राशि नहीं वहीं मनरेगा जैसी योजनाओं के मिलने वाली राशि भी प्रदेश सरकार ने बंद कर दी है, जिससे सरपंच परेशान हैं और लगातार आवाज उठा रहे हैं। यह सरकार की नाकामी है। इसके कारण प्रदेश में निर्माण कार्य नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है कि मनरेगा में मजदूरों को भुगतान करने वाले राशि भी नहीं मिल पा रही है। मटेरियल का भुगतान करने के लिए पंचायतों में राशि नहीं है।
कुछ लोगों को टंट्या मामा की प्रतिमा लगाने से आपत्ति थी जयवर्धन सिंह ने बताया कि प्रतिमा लगाने का निर्णय ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित कर लिया गया था। अब जनपद पंचायत ने भी पूरी प्रक्रिया का पालन करते हुए आवेदन कलेक्टर को भेज दिया है। उन्हें उम्मीद है कि भोपाल से भी टंट्या मामा की प्रतिमा लगाने संबंधी अनुमति जल्द ही मिल जाएगी। जयवर्धन ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों को टंट्या मामा की प्रतिमा लगाने से आपत्ति थी। लेकिन वे प्रक्रिया का पूरा पालन करवा रहे हैं।
पटेल के बयान पर कार्रवाई की मांग मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने पंचायत मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के बयान को अहंकारी और अनुचित बताते हुए मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि अगर कोई भी निर्धन व्यक्ति सरकारी दफ्तर में शासकीय योजनाओं का लाभ लेने की उम्मीद से जाता है तो उसे भिखारी कहना उचित नहीं है। पटेल के बयान से उन परिवारों का अपमान हुआ है जो गरीब होने के चलते केवल शासकीय योजनाओं के लाभ पर निर्भर हैं।
एक मंत्री का ऐसा बयान निंदनीय जयवर्धन ने प्रहलाद पटेल के बयान पर दी गई सफाई को लेकर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जब आप मंच से बोलते हैं तो प्रदेशभर में संदेश जाता है। चाहे कार्यक्रम निजी हो, सार्वजनिक हो या शासकीय एक मंत्री का ऐसा बयान निंदनीय है।
शिकायत करने वालों पर ही पुलिस कार्रवाई कर रही जयवर्धन सिंह ने हाईकोर्ट द्वारा अशोकनगर जिले में सहरिया-आदिवासियों से संबंधित जमीनों के क्रय-विक्रय की जांच कराने वाले आदेश का स्वागत किया है। उन्होंने दावा किया कि वर्तमान में शिकायत करने वालों पर ही पुलिस कार्रवाई कर रही है, उनको ही जेल भेजा रहा है।
भू-माफिया और पुलिस का गठजोड़ बन गया है। इस तरह के मामलों को उन्होंने गुना कलेक्टर के संज्ञान में भी लाया है। वहीं अशोकनगर में जमीनों की जांच संबंधी आदेश से शोषित लोगों को न्याय मिलेगा, इसकी उन्हें पूरी उम्मीद है।
[ad_2]
Source link



