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मुख्य आरोपी राहुल कंषाना, राहुल गुर्जर और बंटी गुर्जर को घटना का सीन रिक्रेशन कराने घटनास्थल पहुंची पुलिस
ग्वालियर में 6 वर्षीय शिवाय गुप्ता के बहुचर्चित अपहरण कांड में शामिल सभी सातों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपियों को न्यायालय से पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया है। मंगलवार शाम को मुरार थाना पुलिस ने मुख्य आरोपियों—राहुल कंषाना,
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अपहरण की साजिश: मुख्य आरोपी और उनकी भूमिका
पुलिस पूछताछ में पता चला कि अपहरण की साजिश मोनू गुर्जर ने रची थी, जो घटना से एक दिन पहले भोपाल चला गया था। 13 फरवरी की सुबह राहुल कंसाना और भोला गुर्जर लाल अपाचे बाइक से शिवाय के अपहरण के लिए पहुंचे। इनके अलावा राहुल गुर्जर और बंटी गुर्जर स्प्लेंडर बाइक पर घटनास्थल के पास बैकअप के लिए खड़े थे। अपहरण के बाद, भूरा गुर्जर ने घटनास्थल पर जाकर जायजा लिया और पुलिस की कार्रवाई की जानकारी मिलते ही मुरैना भाग गया। इस दौरान धम्मू उर्फ धर्मेंद्र गुर्जर ने शिवाय को जिस मकान में रखा गया था, उसकी निगरानी की और सभी बदमाशों के खाने-पीने की व्यवस्था भी संभाली।
शिवाय की गतिविधियों पर रखी जा रही थी नजर
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों ने 28 जनवरी से ही शिवाय के स्कूल जाने और लौटने की गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू कर दी थी। वे यह पता लगा रहे थे कि शिवाय किस समय स्कूल जाता है, कब लौटता है और उसके साथ परिवार का कौन-कौन सदस्य होता है।
13 फरवरी की सुबह 8:00 बजे, शक्कर कारोबारी राहुल गुप्ता के बेटे शिवाय गुप्ता का अपहरण किया गया। दो नकाबपोश बदमाशों ने पहले शिवाय की मां की आंखों में मिर्ची डालकर उसे बाइक पर उठा लिया और फरार हो गए। पुलिस की त्वरित कार्रवाई के कारण रात में ही बदमाश शिवाय को काजी बसई इलाके में छोड़कर भाग गए। इसके बाद पुलिस ने करीब दो दर्जन टीमों का गठन कर अपहरणकर्ताओं की तलाश शुरू की।
तीन बदमाशों को किया गया एनकाउंटर में गिरफ्तार
मुरैना पुलिस ने माता बसैया इलाके में दो अपहरणकर्ता—राहुल गुर्जर और बंटी गुर्जर—को शॉर्ट एनकाउंटर में गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद ग्वालियर पुलिस ने बाकी आरोपियों की तलाश तेज कर दी और चार दिन पहले मुख्य आरोपी भूरा गुर्जर और उसके भतीजे मोनू गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया। भोला गुर्जर को भी तिघरा इलाके में शॉर्ट एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने निकाला बदमाशों का जुलूस
इसके बाद धम्मू उर्फ धर्मेंद्र गुर्जर को रविवार को महाराजपुरा इलाके से गिरफ्तार किया गया। इस कांड का आखिरी आरोपी राहुल कंषाना, जो फरार था, न्यायालय में सरेंडर करने की फिराक में था। पुलिस को इसकी भनक लगते ही घेराबंदी की गई, लेकिन वह कोर्ट में आत्मसमर्पण कर चुका था। कोर्ट से चार दिन की रिमांड मिलने के बाद पुलिस ने उसका भी घटनास्थल पर जुलूस निकाला।
अब सभी आरोपी पुलिस की हिरासत में हैं। मुरैना जेल में बंद राहुल गुर्जर और बंटी गुर्जर को भी रिमांड पर लिया गया है। भोला गुर्जर के अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद उसे भी अन्य आरोपियों के साथ अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे चार दिन की रिमांड पर सौंपा गया।
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