[ad_1]

शिवपुरी में सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार की मांग को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का घेराव किया। कार्यकर्ताओं ने चार सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा।
.
एबीवीपी नेता विक्रम गुर्जर ने कहा कि जिले में कई नए स्कूल बिना जरूरी सुविधाओं और योग्य शिक्षकों के चल रहे हैं। इससे शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। सरकारी स्कूलों में अनावश्यक शाला संचालन शुल्क की वसूली भी एक बड़ी समस्या है।
खेल मैदान, पर्याप्त शिक्षकों को लेकर की मांग संगठन की प्रमुख मांगों में बिना संसाधनों वाले स्कूलों की मान्यता रद्द करना शामिल है। खेल मैदान, पर्याप्त शिक्षक और उचित भवन के बिना चल रहे स्कूलों की जांच की जाए। सरकारी स्कूलों में ली जा रही अनधिकृत फीस पर रोक लगाई जाए।
सरकारी स्कूल के शिक्षकों द्वारा निजी कोचिंग चलाने पर आपत्ति जताई एबीवीपी ने सरकारी स्कूल के शिक्षकों द्वारा निजी कोचिंग चलाने पर भी आपत्ति जताई है। संगठन ने चेतावनी दी है कि अगले सत्र में कोचिंग चलाते पाए जाने पर वे स्वयं कार्रवाई करेंगे। निजी स्कूलों में मनमानी फीस वृद्धि और महंगी किताबों की अनिवार्यता पर भी रोक की मांग की गई है।
जिला स्तर पर निगरानी समिति बनाने की मांग कार्यकर्ताओं ने इन समस्याओं के समाधान के लिए जिला स्तर पर निगरानी समिति बनाने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि मांगें नहीं मानी गईं तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।
आंदोलन की दी चेतावनी एबीवीपी ने चेतावनी दी कि यदि इन मांगों पर जल्द ही उचित कदम नहीं उठाए गए, तो संगठन जिलेभर में उग्र आंदोलन करेगा। प्रदर्शन में मयंक रजक, कपिल गुर्जर, सूरज गुर्जर, दिव्यांश गोस्वामी, सौरभ भील, मयंक कलावत, अजय ओझा, अनिरुद्ध दुबे, लव धाकरे, मोहित रजक, राजाबाबू बड़ेरिया, आकाश प्रजापति, देव रघुवंशी, दिव्यांशु शर्मा, विकास गुर्जर, विकास जाट, नितिन धाकड़ सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
[ad_2]
Source link



