30 सालों में 30 हजार से ज्यादा जटिल ऑपरेशन, अनगिनत सम्मान! ऐसी है देश के टॉप कार्डियोलॉजिस्ट की कहानी

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Delhi: बात कार्डियोलॉजी की हो तो डॉक्टर सुभाष चंद्रा का नाम सबसे ऊपर आता है. उन्होंने अपने करियर में न जाने कितनी जटिल सर्जरी सफलतापूर्वक पूरी की हैं. मेडिकल की फील्ड में उनके योगदान के कारण उन्हें कई पुरस्कारो…और पढ़ें
30 से अधिक वर्षों में 30,000 से अधिक जटिल कार्डियोलॉजी आप्रेशन
हाइलाइट्स
- डॉ. सुभाष चंद्रा ने 30,000 से अधिक जटिल सर्जरी की हैं.
- उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं.
- डॉ. चंद्रा बीएलके-मैक्स अस्पताल में अध्यक्ष हैं.
दिल्ली: कार्डियोलॉजी के क्षेत्र में डॉ. सुभाष चंद्रा एक बेहद भरोसेमंद नाम हैं. इन्होंने अब तक अपने करियर के 30 से अधिक वर्षों में 30,000 से अधिक जटिल कार्डियोलॉजी प्रक्रियाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया है और इन्हें विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित भी किया गया है.
डॉ. सुभाष चंद्रा एम्स से लेकर फोर्टिस जैसे बड़े अस्पतालों में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहकर अपनी सेवाएं भी दे चुके हैं. आजकल ये बीएलके-मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, राजेंद्र प्लेस, नई दिल्ली में इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी में अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं.
कहां से की पढ़ाई
डॉ. सुभाष चंद्रा ने 1984 में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की थी. उसी विश्वविद्यालय से फिर इन्होंने 1987 में जनरल मेडिसिन में एमडी किया. बाद में 1993 में, डॉ. चंद्रा ने प्रतिष्ठित एम्स से कार्डियोलॉजी, डीएम (कार्डियोलॉजी) में अपनी उन्नत डिग्री ली. इन्होंने 1991 में अपना डीएनबी-कार्डियोलॉजी भी किया था.
दादी जी से ली प्रेरणा
डॉ. सुभाष चंद्रा ने बताया कि उन्होंने डॉक्टर बनने की प्रेरणा अपने दादाजी से ली थी. उनके दादाजी अपने शहर के एक जाने-माने वैद्य थे, जिनके पास लोग अपना इलाज करवाने आते थे. इसी चीज को देखते हुए वे बड़े हुए थे और अपने दादाजी की शहर भर में इतनी इज्जत और नाम के कारण कहीं ना कहीं उनके दिमाग में यह बैठ गया था कि उन्हें भी आगे चलकर एक डॉक्टर ही बनना है.
मिले हैं ये पुरस्कार
डॉ. सुभाष चंद्रा को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जैसे कि सुजॉय बी. रॉय यंग इन्वेस्टिगेटर अवार्ड, कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया, 5वां वार्षिक सम्मेलन 1989, कर्नल के.एल. चोपड़ा रिसर्च अवार्ड, कार्डियोलॉजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया, 9वां वार्षिक सम्मेलन 1993, यंग इन्वेस्टिगेटर अवार्ड, कार्डियोलॉजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया, 13वां वार्षिक सम्मेलन 1997.
इसके अलावा, उन्हें कई अन्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है. लेकिन डॉ. चंद्रा का मानना है कि चिकित्सा क्षेत्र में उनका सबसे बड़ा योगदान उनके 100 पब्लिकेशन्स हैं.
February 22, 2025, 15:20 IST
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