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पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। और भी खुलासे होने की संभावना है।
प्रेमिका के शादी का दबाव बनाने से युवक इतना परेशान हो गया कि उसे मार डाला। युवक ने प्रेमिका की बात मान ली और उसे शादी करने के लिए घर से बुलाया। फिर गला घोंटकर जान ले ली। रात तक शव ठिकाने लगाने के लिए गांव में रेकी करता रहा।
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सन्नाटा होते ही आरोपी ने प्रेमिका के शव को खाद की खाली बोरी में बंद किया और घर से 100 मीटर दूर बने तालाब में फेंक दिया। इसके बाद वह घर लौट आया। लेकिन रात भर उसे नींद नहीं आई। डर था कि कहीं पकड़ा न जाए इसलिए अगले दिन दोपहर में दोबारा तालाब पहुंचा। शव को बाहर निकाला और उसे कब्रिस्तान में दफना दिया। इससे पहले युवती के कपड़े निकाल कर जला दिए ताकि उसकी पहचान नहीं हो पाए।
घटनाक्रम दतिया जिले के गांव भगुवापुरा की है। साक्षी (23) की हत्या के 8 दिन बाद शुक्रवार को आरोपी प्रेमी शंकर राजपूत (32) गिरफ्तार हो गया। वह लगातार पुलिस को गुमराह कर रहा था। पुलिस ने शव बरामद कर लिया। आज (शनिवार) दतिया जिला अस्पताल में शव का पीएम होगा।

पुलिस ने कब्र खोदकर युवती का शव बाहर निकलवाया।
आधा किमी दूरी पर है दोनों के घर शंकर और साक्षी के घर करीब 500 मीटर दूर हैं। लिहाजा, दोनों करीब तीन-चार साल से एक-दूसरे को जानते थे। शंकर शादीशुदा था, लेकिन 3 साल पहले उसकी पत्नी छोड़कर चली गई थी। इसके बाद शंकर की साक्षी से बातचीत होने लगी। साक्षी भी शंकर से प्रेम करने लगी थी। वह शादी भी करना चाहते थे लेकिन परिजन राजी नहीं थे।
पीको-कड़ाई की दुकान चलाती थी युवती गांव में बने घर के पास ही साक्षी पीको और कड़ाई की दुकान चलाती थी। सूत्रों के अनुसार, पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि परिजनों के इनकार करने के बाद भी साक्षी शंकर से बात करती और शादी भी करना चाहती थी। दोनों की जब भी फोन पर बातचीत होती तो शंकर से शादी करने का कहती। इस बात से शंकर फ्रस्टेड हो चुका था। जिद करने पर शंकर ने उसे खत्म करने का मन बना लिया।

पुलिस हत्यारे को दफनाने वाली जगह पर ले गई थी।
मिलने के बहाने घर से बुलाया फिर मार डाला पुलिस के अनुसार, आरोपी ने साक्षी को 13 फरवरी को घर बुलाया। साक्षी दोपहर करीब 3 बजे घर में किसी के सिलाई के कपड़े लेने का कहकर निकल गई और सीधे शंकर के घर पहुंची।
देर तक नहीं लौटी तो साक्षी की मां ने उसे कॉल किया। उसने मां से घर के पास होने और जल्द लौटने की बात कही। पूछताछ में शंकर ने पुलिस को बताया कि मां से बात करने के दौरान उसने साक्षी का दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दी।
इस घटना के समय आरोपी की मां भी घर में मौजूद थीं लेकिन उन्हें भी इस बात की भनक नहीं लगी। इधर, जब देर तक साक्षी घर नहीं लौटी तो परिजनों ने तलाश शुरू की। नहीं मिलने पर शंकर राजपूत नाम के युवक पर शक जताते हुए अपहरण किए जाने की आशंका जताई।
पुलिस ने 15 फरवरी को संदेही युवक पर अपहरण का मामला दर्ज कर लिया। साक्षी की कॉल डिटेल्स खंगाली तो सामने आया कि आखिरी बार उसकी बात शंकर से हुई थी।

आरोपी शंकर पहले से शादीशुदा था, उसकी पत्नी 3 साल पहले छोड़कर चली गई थी।
दो घंटे शव के पास ही बैठा रहा थाना प्रभारी शाकिर खान ने बताया कि आरोपी ने शाम करीब 6 बजे युवती की दुपट्टे से गला दबाकर हत्या की है। इसके बाद वह करीब 2 घंटे तक घर में ही शव के पास बैठा रहा। हैरान करने वाली बात कि जिस जगह शव को दफनाया उस जगह पहले से ही किसी की कब्र बनी थी। घटनाक्रम के बाद से आरोपी बेफिक्र होकर गांव में घूमने लगा था।

परिजन बोले- एक अकेला इतना सब नहीं कर सकता हत्या का खुलासा होने के बाद साक्षी के परिजनों ने घटनाक्रम में अन्य लोगों के भी शामिल होने की आशंका जताई। उनका कहना है कि एक अकेला व्यक्ति इतना सब कुछ नहीं कर सकता। इसमें जरूर उसके परिजनों और परिचितों का सहयोग हो सकता है। इस पर पुलिस ने आश्वासन दिया कि जांच की जा रही है, यदि कोई सहयोगी होगा तो उसके खिलाफ भी केस दर्ज होगा।
घर के बाड़े से पकड़ा गया आरोपी पुख्ता संदेह होने पर पुलिस ने शंकर को उसके बाड़े से हिरासत में लिया। फिलहाल उससे पूछताछ हो रही है। मामले में और भी खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
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