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Success Story of Veeba Brand: वीबा ब्रांड के फाउंडर विराज बहल को सफलता लंबे संघर्ष के बाद मिली. लेकिन, जो कामयाबी मिली वह लाखों युवा उद्यमियों के लिए प्रेरणा बन गई.
वीबा ब्रांड के फाउंडर विराज बहल
हाइलाइट्स
- विराज बहल ने रेस्तरां बिजनेस में असफल होने के बाद वीबा ब्रांड शुरू किया.
- पत्नी का घर बेचकर विराज बहल ने फैक्ट्री खोली.
- वीबा आज ₹1,000 करोड़ का फूड ब्रांड है.
Success Story of Veeba Brand: भारत में पिछले 2 दशकों में कई स्टार्टअप्स का उदय हुआ और इनमें से कई कंपनियों ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. इनमें खासतौर पर फ्लिपकार्ट, ओला और अर्बन कंपनी समेत कई बड़े नाम शामिल है. खास बात है कि इन सभी स्टार्टअप की सफलता की अपनी अलग-अलग कहानी है. लेकिन, कॉमन फैक्टर यह है कि इन सभी स्टार्टअप्स के फाउंडर अपनी अच्छी खासी नौकरी छोड़कर धंधे में उतरे. इन उद्यमियों में विराज बहल ने भी कुछ ऐसा ही किया. शायद आप इस उद्यमी के नाम से परिचित ना हो लेकिन इनके फूड प्रोडक्ट के टेस्ट के दीवाने जरूर होंगे.
दरअसल, विराज बहल, फूड प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी वीबा (VEEBA) के फाउंडर हैं. वीबा अपने सॉस, चटनी और पिनट बटर जैसे प्रोडक्ट के लिए जानी जाती है. लेकिन, इस इस ब्रान्ड को बनाने के लिए विराज बहल को खूब संघर्ष करना पड़ा. आइये आपको बताते हैं वीबा के फाउंडर की स्ट्रग्ल और सक्सेस स्टोरी…
होटल बिजनेस में पूरी तरह फेल
देश के लाखों युवा उद्यमियों के लिए विराज बहल की सक्सेस स्टोरी किसी प्रेरणा से कम नहीं है. भारत के टॉप सॉस और मेयोनीज़ ब्रांड में से एक वीबा की स्थापना से पहले, उन्हें भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा. पहले नौकरी फिर उद्यमी बनने की चाह में उन्होंने सबसे पहले एक रेस्तरां बिजनेस शुरू किया, लेकिन 5 साल में विफल हो गया, जिसके बाद उनके पास कुछ भी नहीं बचा.
घर बेचकर बनाया वीबा ब्रांड
लेकिन, विराज बहल ने हिम्मत नहीं हारी और एक साहसिक कदम उठाया. चूंकि, उन्हे बिजनेस करना था इसलिए उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए पत्नी रिद्धिमा से घर बेचकर पैसे जुटाने को कहा. इस पर रिद्धिमा ने 30 सेकंड भी नहीं लिए और कहा, अगर बिजनेस तुम्हारा जुनून है तो बेशक घर बेचकर काम शुरू कर दो.
बस फिर क्या था विराज ने घर बेचकर फैक्ट्री खोली. उन्होंने अपने ब्रांड ‘वीबा’ का नाम अपनी मां विभा बहल के नाम पर रखा. लेकिन, विराज के लिए यहां भी कामयाबी की राह इतनी आसान नहीं रही. क्योंकि, दो साल तक वीबा के पास कोई ऑर्डर नहीं था, आलम यह था कि विराज के पास कर्मचारियों को सैलरी देने तक के पैसे नहीं थे. ऐसे हालात में कोई भी इंसान हिम्मत हार जाता लेकिन विराज ने धैर्य बनाए रखा.
1000 करोड़ का फूड ब्रांड
बस विराज बहल का यह भी सब्र काम आया और फिर कामयाबी का वो पल आया, जब डोमिनोज़ ने उनकी कंपनी को 70 टन पिज्जा सॉस का ऑर्डर दिया. डोमिनॉज से मिले एक ऑर्डर ने मानो वीबा की तकदीर बदल दी. इसके बाद कंपनी लगातार आगे बढ़ती रही और अपने प्रोडक्ट सेगमेंट में मार्केट लीडर बन गई. आज की तारीख में वीबा ₹1,000 करोड़ का फूड ब्रांड है, जो पूरे भारत में प्रमुख सॉस, मेयोनिज और मसालों की सप्लाई करता है.
New Delhi,New Delhi,Delhi
February 21, 2025, 10:53 IST
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