डिजिटल मार्केटिंग का करना था प्रचार, इस शख्स ने अपनाया अनोखा तरीका, चाय पिलाकर देता है प्रोडक्ट की जानकारी

Agency:News18 Bihar
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बिहार के सासाराम में एक अनोखे चायवाले की दुकान है, जिसका नाम ‘डिजिटल मार्केटिंग चायवाला’ है. इस नाम को सुनकर लोग चौंक जाते हैं और सोचने लगते हैं कि चाय और डिजिटल मार्केटिंग का आपस में क्या कनेक्शन हो सकता है. आ…और पढ़ें
प्रतिकात्मक तस्वीर
हाइलाइट्स
- सासाराम में ‘डिजिटल मार्केटिंग चायवाला’ नामक अनोखी चाय की दुकान.
- सचिन ने चाय की दुकान से डिजिटल मार्केटिंग का प्रचार शुरू किया.
- चाय के साथ ग्राहकों को प्रोडक्ट्स की जानकारी भी मिलती है.
रोहतास:- सासाराम की गलियों में एक अनोखी चाय की दुकान आपका ध्यान खींच लेगी, जिसका नाम ‘डिजिटल मार्केटिंग चायवाला’ है. इस नाम को सुनकर लोग चौंक जाते हैं और सोचने लगते हैं कि चाय और डिजिटल मार्केटिंग का आपस में क्या कनेक्शन हो सकता है. लेकिन इस दुकान की कहानी उतनी ही दिलचस्प और प्रेरणादायक है जितना इसका नाम है.
दुकान के मालिक सचिन से जब इस अनोखे नाम के पीछे की वजह पूछी गई, तो उन्होंने बताया कि उनका सपना हमेशा से एक बड़ा बिजनेसमैन बनने का था. आठवीं कक्षा में पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने अपनी पहली चाय की दुकान खोली थी, जिसका नाम उन्होंने ‘महावीर चाय दुकान’ रखा था. हालांकि, उनकी जिंदगी में एक मोड़ तब आया, जब उनकी मुलाकात डिजिटल मार्केटिंग से जुड़े एक व्यक्ति से हुई, जिन्होंने उन्हें इस क्षेत्र में काम करने का मौका दिया.
शुरुआत में इतना किया निवेश
सचिन ने बिना वक्त गवाए डिजिटल मार्केटिंग में कदम रखा. शुरुआत में उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा और लोगों ने उनका मजाक भी उड़ाया, लेकिन सचिन ने हार नहीं मानी. डिजिटल मार्केटिंग के शुरुआती दिनों में उन्होंने सिर्फ 5500 रुपये निवेश किए थे. अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने धीरे-धीरे तरक्की की. आज उनकी मेहनत का नतीजा यह है कि उन्होंने अपने काम से एक बाइक, तीन-चार स्मार्टफोन खरीदे हैं और कई जगह घूमने का भी मौका पाया है.
चाय के साथ मिलती है प्रोडक्ट की जानकारी
सचिन लोकल 18 को बताते हैं कि डिजिटल मार्केटिंग के काम में उन्हें अपने प्रोडक्ट्स का प्रचार करने के लिए घर-घर जाना पड़ता था, जो उनके लिए थकाने वाला और समय लेने वाला था. इस समस्या से बचने के लिए उन्होंने एक अनोखा रास्ता निकाला, अपनी चाय की दुकान खोलने का. लेकिन यह कोई साधारण चाय की दुकान नहीं है. यहां आने वाले हर ग्राहक को चाय के साथ-साथ उनके प्रोडक्ट्स के बारे में भी जानकारी मिलती है.
सचिन ने अपनी दुकान का नाम ‘डिजिटल मार्केटिंग चायवाला’ इसलिए रखा, क्योंकि चाय की दुकान एक ऐसी जगह है, जहां हर वर्ग के लोग आते हैं. यह उनके प्रोडक्ट्स का प्रचार करने का सबसे आसान और प्रभावी तरीका बन गया. अब उनके दुकान पर दिनभर ग्राहकों की भीड़ रहती है और सचिन चाय परोसते-परोसते अपने प्रोडक्ट्स का प्रचार भी आसानी से कर लेते हैं.
January 25, 2025, 11:23 IST
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