[ad_1]
Last Updated:
Nirmit Parekh Apna Startup Success- बचपन से ही निर्मित को टेक्नोलॉजी में काफी रुचि थी. 13 साल की उम्र में निर्मित ने रोबोटिक्स की प्रोग्रामिंग सीख ली थी. 21 साल की उम्र में निर्मित ने निरमा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्न…और पढ़ें
निर्मित पारेख ने साल 2019 में अपना की शुरुआत की थी.
नई दिल्ली. मुंबई के एक साधारण से परिवार में जन्मे निर्मित पारेख की कहानी बहुत रोमांचक है. 7 साल की उम्र में ही उन्होंने डिजिटल घड़ी बना दी थी और युवावस्था में रोबोटिक्स की दुनिया में कदम रखा. कॉलेज में पढते हुए ही दो स्टार्टअप शुरू कर दिए. फिर ऐपल जैसी कंपनी में ऊंचे ओहदे पर काम किया. लेकिन, खुद बिजनेसमैन बनने को मोटे पैकेज वाली आलीशान नौकरी को ठोकर मार दी. नौकरी छोड़ी तो सबने उन्हें ‘बेवकूफ’ समझा. लेकिन, दो ही साल में उन्होंने सबका मुंह बंद कर दिया. आज निर्मित की कंपनी ‘अपना’ का वैल्यूएशन 9100 करोड़ रुपये है और यह एक ऐसा मंच बन चुका है जिसने लाखों लोगों के सपनों को नई उड़ान दी.
बचपन से ही निर्मित को टेक्नोलॉजी में काफी रुचि थी. 13 साल की उम्र में निर्मित ने रोबोटिक्स की प्रोग्रामिंग सीख ली थी. 21 साल की उम्र में निर्मित ने निरमा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बी.टेक किया. कॉलेज में पढाई करते हुए ही उन्होंने इनकोन टेक्नोलोजिस नामक स्टार्टअप की शुरुआत की. यह बाढ़ प्रबंधन के लिए समाधान तैयार करता था. बी.टेक करने के बाद Cruxbox नाम से एक और कंपनी शुरू की.
इंटेल में मिली जॉब
निर्मित के स्टार्टअप को इंटेल ने खरीद लिया. साथ ही निर्मित को अपने यहां जॉब भी दी. निर्मित इंटेल में डेटा एनालिटिक्स के डायरेक्टर के पद तक पहुंचे. जॉब करते हुए ही निर्मित ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए भी किया. एमबीए की डिग्री लेने के बाद निर्मित ने इंटेल छोड़ ऐपल में चले गए. वहां उन्होंने ने आईफोन की प्रोडक्ट और स्ट्रैटेजी टीम में काम किया.
छोड़ दी मोटे पैकेज वाली नौकरी
जॉब करते हुए निर्मित ने महसूस किया कि असंगठित ब्लू-कॉलर सेक्टर में कामगारों और नियोक्ताओं को जोड़ने वाला कोई मंच नहीं है. इससे जहां लोगों को जॉब ढूंढने में परेशानी होती है तो कंपनियों को कर्मचारी नहीं मिल रहे हैं. इस गैप को भरने को निर्मित ने कुछ करने का मन बनाया. उन्होंने ऐपल की जमी-जमाई नौकरी छोड़ दी. उनके इस फैसले को उनके बहुत से परिचितों ने ‘बेवकूफी भरा कदम’ बताया.
2019 में शुरू की ‘अपना’
निर्मित पारेख ने साल 2019 में अपना की शुरुआत की. 22 महीनों में ही यह यूनिकॉर्न बन गया. आज अपना प्लेटफॉर्म वैल्यूएशन 1.1 बिलियन डॉलर (9100 करोड़) रुपये से भी ज्यादा है. अपना ऐप पर 1,50,000 से भी ज्यादा कंपनियां रजिस्टर्ड हैं. इनमें अनअकैडमी, बिगबास्केट, , वाइटहैट जूनियर, फ्लिपकार्ट, जोमैटो, डेल्हीवेरी जैसे बड़े नाम शामिल हैं.
New Delhi,New Delhi,Delhi
February 18, 2025, 13:46 IST
[ad_2]
Source link


