[ad_1]
राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ में रेप का शिकार 11 साल की मूक-बधिर बच्ची आखिर जिंदगी की जंग हार गई। भोपाल के हमीदिया अस्पताल में 6 दिन तक चले इलाज के बाद उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों के मुताबिक, उसका प्राइवेट पार्ट बुरी तरह डैमेज था। इलाज के दौरान वह होश में आ
.
उसकी मौत से जहां परिजन सदमे में हैं, वहीं घटना के छह दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। आरोपी के बारे में कोई सुराग नहीं मिला है। मामले में दैनिक भास्कर ने डॉक्टर, बच्ची की बुआ और पुलिस से बात की। डॉक्टर ने बच्ची की मौत की 3 वजह बताई हैं। वहीं, पुलिस की अलग-अलग टीम आरोपियों का पता लगाने में जुटी है। पढ़िए रिपोर्ट..

बुआ ने बताई उस रात की खौफनाक कहानी दैनिक भास्कर ने बच्ची की बुआ से बात की। बुआ ने बताया कि वह गढ़िया लुहार समुदाय से हैं। कच्ची झोपड़ी में रहते हैं। घर में मैं, मेरी 80 साल की मां और 11 साल की मेरी भतीजी रहती थी। उसके माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। रोज की तरह हम रात में सोए थे।
झोपड़ी में कोई दरवाजा नहीं है, हमारी झोपड़ी में प्लास्टिक का तिरपाल ही घर का दरवाजा है। इसी को सटाकर हम तीनों सोए थे। मेरी भतीजी भी वहीं सोई थी। रात को दो बजे मेरी मां की नींद खुली। उठते ही वह जोर से चिल्लाई क्योंकि जहां भतीजी सोई थी वह वहां से गायब थी।
झोपड़ी से तिरपाल भी हटा हुआ था। हम दोनों ने उसे बाहर ढूंढना शुरू किया। हमने पूरी रात उसे ढूंढा। सुबह थोड़ा उजाला हुआ ताे गांव वाले और पड़ोसियों को जगाया। 8 घंटे बाद वह हमें गांव से सटे जंगल में एक नीम के पेड़ के नीचे बैठी मिली।

1 फरवरी को इसी झोपड़ी से बच्ची गायब हुई थी।
उसे भूख लगी तो 10 रुपए का दूध पिलाया बुआ ने बताया कि उसकी हालत बहुत गंभीर थी, वह लगातार रो रही थी। उसके शरीर के सिर्फ ऊपरी हिस्से में ही कपड़े थे। प्राइवेट पार्ट से लगातार खून बह रहा था, इस कारण उसके हाथ भी खून में सने थे। हम दोनों ही अनपढ़ हैं। कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या करे? इसे कहां लेकर जाएं?
गांव के ही हमारे पड़ोसी ने पुलिस को फोन कर सूचना दी। वह खुद जंगल तक नहीं आई थी कोई उसे रात में हमारी झोपड़ी से उठाकर ले गया था, बाद में जंगल में ले जाकर छोड़ दिया। बुआ ने कहा कि वह होश में थी और घबराई हुई थी। उसे भूख लगी थी। हमने 10 रुपए का दूध खरीद कर उसे पिलाया।
पुलिस उसे जिला अस्पताल ले गई। वहां उसका इलाज करने वाली डॉक्टर ने बताया कि आपकी भतीजी के साथ बलात्कार हुआ है। वह अभी गंभीर अवस्था में है, भोपाल ले जाना होगा।

अब जानिए किस तरह चला बच्ची का इलाज… डॉक्टर बोले- इंटरनल पार्ट में थी मेजर इंज्युरी हमीदिया के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. धीरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि जब बच्ची आई थी तब उसके इंटरनल पार्ट में मेजर इंज्युरी थी। उसके साथ गैंगरेप हुआ ये नहीं कह सकते, लेकिन उसकी उम्र इतनी कम थी कि प्राइवेट पार्ट बुरी तरह से डैमेज हुआ था। वह होश में भी नहीं थी।
जब उसे होश आया तो मूक-बधिर होने की वजह से वह कोई रिस्पॉन्स नहीं दे रही थी। परिजन ने बताया कि वह पहले से ही मानसिक रूप से पूरी तरह डेवलप नहीं थी। वह न तो कुछ बोल रही थी न ही कुछ समझ रही थी। ट्रीटमेंट के दौरान भी थोड़ा बहुत ही खा पी रही थी। खून भी बहुत बह चुका था इसलिए उसे फ्लूड और ब्लड चढ़ाया गया था।

11 साल की बच्ची के शव को परिजन के सुपुर्द किया गया।
डॉक्टर के अनुसार मौत की 3 वजह…
1. इंज्युरी : बच्ची के प्राइवेट पार्ट पर अंदर तक घाव था। वो बुरी तरह से जख्मी हो गई थी। डॉक्टरों की टीम ने सर्जरी की मगर वो रिकवर नहीं कर पाई। बच्ची को वेंटिलेटर पर रखा गया था। पहले दिन से ही उसकी हालत बिगड़ती चली गई। उसे आइसीयू में रखा गया था। डॉक्टर के मुताबिक बच्ची को जब हॉस्पिटल लाया गया तब वो होश में तो थी लेकिन रिस्पॉन्स नहीं करती थी।
2. ब्लड लॉस : घटना के बाद बच्ची काफी देर अकेली पड़ी रही। परिजन जब उसके पास पहुंचे तब वो खून से लथपथ थी। काफी खून बह गया था। ब्लड लॉस होने से बच्ची में कमजोरी थी। बच्ची की जान बचाने के लिए इलाज के दौरान उसे ब्लड भी चढ़ाया गया। मगर उसकी जान नहीं बच सकी।
3. ओवरऑल वीकनेस : पहले से ही बच्ची कमजोर थी। उसे वीकनेस थी। घटना के कारण उसकी स्थिति और ज्यादा खराब हो गई। पहले से ही उसकी हाइट-वेट कम था। ऊपर से रेप की घटना ने उसे और कमजोर कर दिया और उसकी जिंदगी खतरे में आ गई।

पुलिस को अब तक आरोपी का सुराग नहीं मिला पुलिस को अब तक आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला है। वारदात की सूचना मिलने के बाद पुलिस गांव और आसपास संदिग्ध की तलाश कर रही है। कुरावर थाने की प्रभारी संगीता शर्मा के मुताबिक जिस दिन बच्ची को बरामद किया वह घटना को लेकर कुछ भी बता पाने की स्थिति में नहीं थी। लगातार खून बहने की वजह से उसकी हालत गंभीर थी।
बच्ची को इलाज की सख्त जरूरत थी, इसलिए हमने उसके कोई बयान नहीं लिए। इलाज के दौरान जब वह होश में आई तब ट्रांसलेटर की मदद से उससे बात करने की कोशिश की थी, लेकिन मानसिक स्थिति ठीक न होने से वह कुछ बता पाने की स्थिति में नहीं थी। संगीता शर्मा के मुताबिक अभी तक आरोपी का सुराग नहीं मिला है। पुलिस की अलग-अलग टीम मामले की जांच कर रही है।

ये खबर भी पढ़ें..
राजगढ़ में मूक-बधिर बच्ची से रेप, सुबह जंगल में मिली: गंभीर हालत में भोपाल रेफर; रविवार रात को लापता हुई थी

राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ में 11 साल की मूक-बधिर लड़की के साथ रेप का मामला सामने आया है। पीड़िता मानसिक रूप से विक्षिप्त बताई जा रही है। अज्ञात आरोपी ने रविवार रात नरसिंहगढ़ रेस्ट हाउस के पीछे स्थित संजय नगर के जंगल में वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने पीड़िता को नरसिंहगढ़ सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया। पढ़ें पूरी खबर
[ad_2]
Source link



