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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
– फोटो : अमर उजाला
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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उमरिया जिले में हाल ही में हाथियों की मृत्यु के संबंध में गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए शुक्रवार रात्रि मुख्यमंत्री निवास में आपातकालीन बैठक ली। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निर्देश दिए कि इस घटना के सभी पहलुओं की जानकारी लेने के लिए एक उच्च स्तरीय दल तत्काल घटना स्थल पर रवाना हो। सभी पहलुओं की जानकारी प्राप्त कर 24 घंटे में विस्तृत प्रतिवेदन दिया जाए। उधर, विशेषज्ञों ने आशंका जाहिर की है कि हाथियों की मौत की वजह कोदो के माइक्रो टॉक्सिन भी हाथियों की मौत की वजह हो सकते हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस घटना में दोषी लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार वनों की रक्षा और वन्य प्राणियों की सुरक्षा के प्रति पूर्ण गंभीर है। उधर, वन विभाग के एपीसीसीएफ एल कृष्णमूर्ति और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर प्रकाश कुमार वर्मा ने बताया कि डॉक्टरों का कहना है कि मृत हाथियों के पेट से पोस्टमॉर्टम के दौरान बहुत अधिक मात्रा कोदो निकाला है। उन्होंने बताया कि कोदो से पैदा होने वाले माइक्रो टॉक्सीन निकलते हैं और यह फंगस लगने से बहुत ज्यादा जहरीला हो जाता है। डॉक्टर इसकी आशंका व्यक्त की है। अभी उन्होंने सैंपल लेकर जांच के लिए लैब को भेजे हैं। रिपोर्ट आने पर कारण स्पष्ट हो जाएंगे। आसपास के वाटर बॉडी और खेतों का सैंपल लिया है। जिस खेत में कोदों का खाया है, उसका भी सैंपल लिया है।
जांच में दिल्ली से वाइल्ड लाइफ कंट्रोल की टीम आई है, जो जांच कर रही है। इसके अलावा राज्य की टीमें भी जांच कर रही है। विस्तृत पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के लिए रायबरेली और सागर और जबलपुर की लैबोरेटरीज को सैम्पल भेजे गए हैं। विस्तृत रिपोर्ट के बाद हाथियों की वास्तविक मौत के कारणों का पता चल सकेगा। पूर्व भी ऐसी घटनाएं हुई हैं। कोदों में फंगस लगने से पशुओं की मौत पहले रिपोर्ट हुई है। अधिकारियों ने बताया कि मृत हथियों में दो गर्भवती हाथी शामिल थीं। मृत हाथियों का 14 सदस्यीय पशु चिकित्सकों की टीम ने पोस्टमॉर्टम किया था।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव के हाथियों की मृत्यु के संबंध में निर्देश
– मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने घटना की संपूर्ण पहलुओं की जानकारी प्राप्त करने के लिए उच्चस्तरीय दल उमरिया जाए।
– जांच की रिपोर्ट आने के पूर्व इस अवधि में घटना से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर जांच की जो कार्रवाई जारी है, उसमें विलंब न हो।
– वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार और दो वरिष्ठ अधिकारी उमरिया जाएं।
– उमरिया के दौरे की रिपोर्ट 24 घंटे में सौंपी जाए।
– दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए
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