[ad_1]
बाघों के लिए प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में मंगलवार को संदेहास्पद परिस्थितियों में सात हाथियों की मौत हो गई। टाइगर रिजर्व के अधिकारी मौके पर पहुंचकर मामले की जांच कर रहे हैं। डॉक्टरों की टीम तीन बीमार हाथियों का इलाज कर रही है, जिनकी स्थिति में स
.
गश्त के दौरान दल ने हाथियों को बिना हरकत के देखा, जिसके बाद अधिकारियों को सूचना दी गई। टाइगर रिजर्व के अधिकारी दोपहर 2 बजे मौके पर पहुंचे और करीब आधे किलोमीटर के क्षेत्र में फैले 13 हाथियों के दल को चिह्नित किया। इस दल में बच्चे सहित नर और मादा हाथी थे। कुछ हाथियों के पास चार हाथी मृत पाए गए, जबकि पास में ही चार हाथी बेहोशी की स्थिति में मिले।
इलाज और निगरानी में जुटी डॉक्टरों की टीम
हाथियों के बेहोशी में पाए जाने के बाद तुरंत इलाज शुरू किया गया। मंगलवार की रात इलाज के दौरान तीन और हाथियों की मौत हो गई। बांधवगढ़, संजय टाइगर रिजर्व, कटनी और उमरिया जिले के पशु चिकित्सकों की टीम के साथ-साथ जबलपुर स्कूल ऑफ वाइल्डलाइफ फोरेंसिक एंड हेल्थ के अधिकारी भी हाथियों के इलाज में जुटे हुए हैं।
सात हाथियों की मौत पर सर्च ऑपरेशन जारी
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खितौली और पतौर परिक्षेत्र के सलखनियां के बीट आर एफ 384 और पीएफ 183 में एक नर और तीन मादा हाथियों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा, टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने मौत के कारणों का पता लगाने के लिए कई टीमों का गठन किया है जो जल स्रोतों, तालाबों और आसपास के खेतों में सर्चिंग कर रही है। जहर के संभावित कारणों की भी जांच की जा रही है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व का डॉग स्क्वाड भी सर्च ऑपरेशन में शामिल है।
इलाज के बाद भी हाथियों की मौत, जांच जारी
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पांच हाथियों का इलाज जारी है। हालांकि, इलाज के बाद भी कुछ हाथियों की स्थिति में गंभीरता बनी हुई है। डॉक्टरों और अधिकारियों ने हाथियों की स्थिति में सुधार के बाद भी उनकी मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया। टाइगर रिजर्व के उपसंचालक पीके वर्मा ने कहा कि आसपास के कोदो-कुटकी के खेतों में देखी गई हानि से हाथियों के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है।




[ad_2]
Source link



