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Thankfully! Life was saved | शुक्र है! बच गई जान: रेलवे स्टेशन परिसर में दूसरी मंजिल से गिरे मजदूर के पेट व छाती में घुसे 2 से 3 फीट लंबे तीन सरिये… – Gwalior News

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रेलवे स्टेशन परिसर में निर्माणाधीन 7 मंजिला रिहायशी टॉवर में दूसरी मंजिल (24 फीट) पर दरवाजा लगाने पहुंचे मजदूर छोटू जाटव (27) का पैर फिसल गया। इससे वह लिफ्ट के लिए छोड़ी गई जगह में गिर पड़ा। यहां दाे से तीन फीट लंबाई वाले तीन सरिये उसकी छाती और पेट मे

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इनमें से तीन फीट लंबा एक सरिया छाती के आरपार हाे गया। हादसा सुबह 9:30 बजे के करीब हुआ। घायल मजदूर काे केपीसी कंपनी के कर्मचारियों ने आनन-फानन में जेएएच के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया।

छाती से आरपार सरिया ग्राइंडर से काटा, तब हुआ सीटी स्कैन, 3 डॉक्टरों ने किया ढाई घंटे ऑपरेशन

जेएएच में सुबह 11 बजे पहुंचे छोटू जाटव के एक सरिया छाती से आरपार हो गया था और दो सरिये पेट में घुसे थे। मरीज सीटी स्कैन कराने नहीं जा सकता था, इसलिए वर्कशॉप प्रभारी अतर सिंह को बुलाकर ग्राइंडर से 3 फीट लंबे सरिये को कटवाया। फिर सीटी स्कैन से पता चला 1 सरिया किडनी को छूकर व दूसरा लिवर के पास से निकला है। सरिये ने छोटी आंत को भी 4 जगह से फाड़ दिया।

मेरे साथ सर्जरी की प्रोफ. डॉ. अंजलि जलज, निश्चेतना के प्रोफ. डॉ. जितेंद्र अग्रवाल और यूरोसर्जन डॉ. संजय पाराशर थे। शाम 6 बजे मरीज को ओटी में लिया। हमारे सामने चुनौती थी कि सरिया निकालते में हृदय, लिवर या किडनी को नुकसान नहीं पहुंचे। पहले आरपार हुए सरिये को बाहर निकाला। छाती में छेद होने के कारण सांस लेने में दिक्कत न हो इसके लिए दो ट्यूब लगाए।

पेट से सरियों को निकला। छोटी आंत के फटे हुए हिस्से को काटकर अलग किया। ब्लीडिंग अधिक होने पर दो यूनिट ब्लड भी चढ़ाया। किडनी के क्षतिग्रस्त हिस्से को भी ठीक किया। ढाई घंटे ऑपरेशन चला, मरीज आईसीयू में है। जेएएच अधीक्षक डॉ. सुधीर सक्सेना ने रात 1 बजे बताया कि मरीज की हालत गंभीर है पर स्थिर है।

^जेएएच में तीर-सरिये घुसे मरीज आते हैं, पर 3 सरिये घुसे मरीज का यह पहला केस है। मरीज को दवाएं, जांच व ब्लड निशुल्क दिया है। – डॉ. आरकेएस धाकड़, डीन

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