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सागर लोकायुक्त की कार्रवाई (घेरे में मौजूद आरोपी)
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
छतरपुर जिले में भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने का मामला सामने आया है। जहां सागर लोकायुक्त की छापामार कार्रवाई में अब तक लगभग 200 प्रतिशत से अधिक अनुपातहीन संपत्ति के प्रमाण मिले हैं, जहां मालमले में कार्रवाई अब भी जारी है।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त जयदीप प्रसाद के भ्रष्टाचार के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश पर सागर लोकायुक्त ने छतरपुर के खजुराहो थाना और तहसील राजनगर के सहकारी समिति धवाड़ के विक्रेता अरुण कुमार गुप्ता पिता शंकरलाल गुप्ता के यहां छापामार कार्रवाई की है। जहां अब तक की गई इस कार्रवाई में अनुमानित 200 प्रतिशत से अधिक की अनुपातहीन संपत्ति के प्रमाण मिले हैं।
यह है पूरा मामला
बता दें कि आरोपी अरुण कुमार गुप्ता के विरुद्ध वैध आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त सागर योगेश्वर शर्मा को मिली थी। इसकी प्रारंभिक रूप से शिकायत सही पाए जाने पर टीम ने 26/10/2024 को लोकायुक्त टीम, जिसमें DSP मंजू सिंह, निरीक्षक अभिषेक वर्मा और रणजीत सिंह के साथ 10 सदस्यीय टीम द्वारा आरोपी के निवास स्थान ग्राम धवाड़ तहसील राजनगर, ज़िला छतरपुर में तड़के सुबह छह बजे छापामार तलाशी कार्रवाई की गई थी।
इसमें अभी तक की तलाशी कार्रवाई में लगभग 200 प्रतिशत आय से अधिक संपत्ति होने के प्रमाण मिले हैं। आरोपी के निवास पर ऐशो-आराम और विलासिता की सभी वस्तुएं और सुविधाएं पाई गई हैं। इतना ही नहीं तलाशी के दौरान लोगों के हस्ताक्षरित खाली चेक सहित अन्य लोगों की रजिस्ट्रियां भी मिली हैं।
लोकायुक्त के मुताबिक, जानकारी प्राप्त हुई थी कि आरोपी ब्याज पर पैसा देने का भी कार्य करता है। उसके बदले में ऋण प्राप्तकर्ता से हस्ताक्षरित ब्लैंक चेक ले लेता था। आरोपी के द्वारा प्रॉपर्टी में भी निवेश करने के प्रमाण मिले हैं, जिसमें अब तक 10 से अधिक रजिस्ट्रियां और 20 से अधिक चेकबुक/पासबुक मिला है। वहीं, आरोपी एवं परिजनों के चार बैंक खातों की जानकारी प्राप्त होना शेष बाकी है तो वहीं कार्रवाई अब भी जारी है।
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