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नर्मदापुरम के जासलपुर में रेत कंपनी की उड़नदस्ता टीम पर रेत माफिया और उसके साथियों ने शराब पीने के लिए रुपए नहीं देने पर लाठी-डंडे से हमला किया। आरोपियों ने कंपनी की बुलेरो गाड़ी के कांच फोड़े और कर्मचारियों से मारपीट की। घटना में उड़नदस्ता टी
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जानकारी के मुताबिक फरियादी अवधेश सिंह चौहान सिल्वर मिस्ट रेत खदान कंपनी की उड़नदस्ता टीम में है। शनिवार सुबह करीब 10.30 बजे फरियादी अवधेश सिंह साथी कर्मचारी मनमोहन सिंह जादोन, माखन सिंह, अरुण सिंह व नेत्रपाल सिंह सेंगर के साथ कंपनी की गाड़ी क्रमांक MP04 ZQ 0863 बुलेरो से निमसाड़िया से अपने ऑफिस ओमकार गार्डन के तरफ जा रहे थे। जैसे ही ग्राम जासलपुर के पास मेन रोड नर्मदापुरम पहुंचे तभी सामने से जित्तू कीर अपने साथी राजा कीर, विकास कीर व दीपक कीर के साथ मिला।
जित्तू कीर ने कहा शराब पीने के लिए हमें पैसो दो। रुपए देने से इनकार किया तो जित्तू कीर और उसके साथी राजा कीर, विकास कीर व दीपक कीर अपशब्द कहने लगे। फिर लाठी, डंडों से उड़नदस्ता टीम के कर्मचारियों से मारपीट की। फिर बुलेरो गाड़ी के कांच, लाइट फोड़ दिए। मारपीट से अवधेश सिंह को बाएं हाथ, कमर व बाएं पैर में चोट आई। उसके साथी मनमोहन सिंह, माखन सिंह को पीठ में, अरुण सिंह को दाहिने कंधे व नेत्रपाल सिंह को बाएं हाथ में चोट आई। मामले में कंपनी के कर्मचारियों ने थाने पहुंचकर केस दर्ज कराया।
एसडीओपी पराग सैनी ने बताया शराब पीने के लिए रुपए मांगने की अड़ीबाजी की। रुपए नहीं देने पर आरोपियों ने मारपीट, गाड़ी के कांच फोड़ दिए। केस दर्ज कर लिया है। मामले में जांच की जा रही है।

आरोपियों ने बुलेरो में की तोड़फोड़
4 में 3 पर पहले भी अड़ीबाजी के केस दर्ज हुए
देहात थाने में चार में से तीन दीपक कीर, राजा कीर और विकास कीर के खिलाफ पूर्व में भी रेत कंपनी के कर्मचारियों से रुपए मांगने के मामले में अड़ीबाजी और मारपीट का केस दर्ज हो चुका है। आरोपी जित्तू कीर के खिलाफ के मारपीट, गुंडागर्दी और अवैध रेत से जुड़े केस दर्ज है। एसडीओपी पराग सैनी ने बताया जित्तू कीर के खिलाफ कई केस दर्ज है। उसके जिलाबदर का प्रकरण भी भेजा जा चुका है।

कर्मचारी मारपीट में घायल हुए।
ट्रैक्टर-ट्रॉली से रेत अवैध उत्खनन, परिवहन करने वाले हावी
खदानों से चोरी छिपे ट्रैक्टर-ट्रॉली से रेत उत्खनन करने वाले माफिया, चोर सरकार को राजस्व का नुकसान तो पहुंचा ही रहे है। साथ ही सरकार को रुपए देकर परमिशन लेकर वैध खदान चलाने वाली कंपनी और प्रशासन पर हावी रहते है। पूर्व में भी जिले में कई रेत चोर, माफिया कई बार रेत कंपनी के लोगों से मारपीट कर चुके है। चार महीने पहले जावली में कंपनी की गाड़ी और डंपरों को रोककर तोड़फोड़ हुई थी। तब भारी पुलिस फोर्स जावली में तैनात किया गया था।
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