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फिल्म निर्माता राजकुमार हिरानी को मिला किशोर सम्मान।
खंडवा में रविवार को आयोजित राष्ट्रीय किशोर कुमार अलंकरण समारोह में फिल्म निर्माता राजकुमार हिरानी को सम्मानित किया गया। हिरानी पत्नी मनजीत के साथ खंडवा पहुंचे और सम्मान लिया। सम्मान स्वरूप हिरानी को मप्र सरकार के मंत्री विजय शाह ने एक ताम्रपत्र, श्री
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कार्यक्रम से पहले हिरानी ने किशोर दा की समाधिस्थल के दर्शन किए और दूध-जलेबी का भोग लगाया। सम्मान प्राप्त करने के बाद उन्होंने एक वाकया सुनाते हुए कहा कि आज ही के दिन किशोर दा के निधन पर वे उनके जू (मुंबई) स्थित बंगले के बाहर खड़े थे। तब वे अपने शहर नागपुर से मुंबई पहुंचे ही थे। उनकी कोई पहचान नहीं थी और वे एक फैन के नाते किशोर दा के बंगले पर पहुंचे थे। वहां मौजूद सिक्योरिटी ने भीतर तक नहीं जाने दिया। लेकिन उनके गीतों में सुन रखा था कि खंडवा जाएंगे और वहीं बस जाएंंगे। दूध-जलेबी खाएंगे।

MP सरकार के मंत्री विजय शाह ने राजकुमार हिरानी को किशोर सम्मान से सम्मानित किया।
बोले- अगले 100 साल तक भी गाए जाएंगे किशोर के गाने हिरानी ने कहा कि आज का दिन है कि उनके मुंबई वाले घर ना जा पाने वाला शख्स आज उनकी जन्मस्थली खंडवा में उन्हीं के कार्यक्रम में सम्मान पा रहा है। कलाकार, एक्टर और निर्देशक कई आते हैं और इस दुनिया से चले जाते हैं। लेकिन गाने हमेशा जीवंत रहते हैं। मैं यह विश्वास के साथ कहता हूं कि किशोर दा के गाने अगले 100 साल तक भी गाए जाएंंगे।

राजकुमार हिरानी ने कहा, आज ही के दिन किशोर दा के निधन पर मैं उनके जू (मुंबई) स्थित बंगले के बाहर खड़ा था।
विजय शाह बोले- किशोर दा ने कला को गिरवी रखना उचित नहीं समझा कार्यक्रम में मंत्री विजय शाह ने नाम लिए बगैर कांग्रेस के दिवंगत नेता संजय गांधी को लेकर कहा कि एक नेता के बेटे ने अपने जन्मदिन पर संगीत के लिए किशोर दा को बुलाया लेकिन किशोर दा ने वहां जाने से मना कर दिया। उन्होंने स्वाभिमान और कला को गिरवी रखना उचित नहीं समझा। इसका अंजाम उन्हें मालूम था। हुआ भी वही, किशोर दा के गानों का दूरदर्शन और आकाशवाणी पर प्रसारण प्रतिबंधित करा दिया गया।

राजकुमार हिरानी ने पत्नी के साथ किशोर की समाधिस्थल पहुंचकर उन्हें दूध-जलेबी का भोग लगाया।

राजकुमार हिरानी समेत अन्य लोगों ने किशोर दा की समाधिस्थल पर माल्यार्पण भी किया।

मूर्ती के पास खड़े होकर राजकुमार हिरानी समेत अन्य ने फोटो क्लिक करवाया और किशोर दा अमर रहें के नारे लगाए।
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