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विक्रम विश्वविद्यालय के नए कुलपति अब प्रो. अर्पण भारद्वाज बन गए हैं। राज्यपाल ने नए कुलपति के आदेश जारी किए। प्रो. भारद्वाज वर्तमान में उज्जैन में ही साइंस कॉलेज के प्राचार्य हैं। वे अब कुलपति पद की जवाबदेही संभालेंगे। भास्कर से चर्चा में उन्होंने कह
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उन्होंने ये भी कहा कि अब तक सिर्फ कॉलेज की जवाबदेही मेरे पास थी लेकिन अब कुलपति के रूप में कई कॉलेज के मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी होगी, जो बड़ा काम है। उन्होंने कहा कि मेरी पहली प्राथमिकता विक्रम विश्वविद्यालय में शैक्षणिक और शोध सुविधा और बढ़ाना होगी। शैक्षणिक स्तर जो वर्तमान में है, उसे और कैसे श्रेष्ठ बनाया जा सकता, इस दिशा में प्रयास किए जाएंगे। प्रो. भारद्वाज ने कहा विक्रम का नाम राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचे, यही इच्छा है। इसका नाम शैक्षणिक जगत में आगे बढ़ाने में जो हरसंभव प्रयास हो सकते हैं, वह करूंगा।
विक्रम से ही शिक्षा ग्रहण की, अब इसी के कुलपति
प्रो. भारद्वाज वैसे तो मूलत: उत्तरप्रदेश से हैं लेकिन उनकी शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा सब उज्जैन में ही हुई। खास बात यह है कि जिस विक्रम से उन्होंने एमएससी और पीएचडी की, अब उसी के कुलपति बनने का सौभाग्य उन्हें मिला है। वे विक्रम में अतिरिक्त संचालक के रूप में कार्य परिषद सदस्य रहे। उनकी पत्नी भी प्रोफेसर हैं और वे माधव कॉलेज में पदस्थ हैं।
प्रो. भारद्वाज की एक खासियत यह भी कि किसी शासकीय कॉलेज को पूरे मप्र में ए प्लस प्लस ग्रेड दिलाने वाले पहले शासकीय कॉलेज के प्राचार्य के रूप में भी उनकी एक अलग पहचान बनी। ए प्लस-प्लस ग्रेड की वजह से साइंस कॉलेज आज पूरे मप्र में रोल माॅडल है।
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