[ad_1]
PWD कर्मचारी की मौत के बाद रोते-बिलखते परिजन।
भोपाल पुलिस की हिरासत में 55 साल के पीडब्ल्यूडी कर्मचारी की मौत हो गई। पुलिस ने बहू की शिकायत पर उन्हें ऐशबाग थाने बुलाया था। बुधवार शाम पत्नी और बेटे के साथ वे थाने पहुंचे। यहां उनकी तबीयत बिगड़ गई। आरोप है कि सब इंस्पेक्टर की बदसलूकी से वे दहशत में
.
पत्नी रूबीना ने बताया कि पति को घबराहट हो रही थी, यह बात उन्होंने एसआई को भी बताई। एसआई ने अस्पताल जाने की अनुमति नहीं दी। पति के हाथ-पैर अकड़ने लगे। इस पर एसआई ने कहा कि ड्रामा कर रहा है, तुझे लॉकअप में बंद कर डंडे मारूंगा। इसके बाद वे बेसुध होकर गिर पड़े। आनन-फानन में हमीदिया अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
मामले की न्यायिक जांच कराई जाएगी डीसीपी जोन-1 प्रियंका शुक्ला ने घटना की न्यायिक जांच कराने की बात कही है। उन्होंने बताया कि बाग फरहत अफ्जा निवासी मोहम्मद अकरम (55) पीडब्ल्यूडी में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी थे। भारत टॉकीज स्थित दफ्तर में काम करते थे। बुधवार शाम 7 बजे उनकी 19 साल की बहू दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज कराने ऐशबाग थाने पहुंची थी।

पीडब्ल्यूडी कर्मचारी की पुलिस हिरासत में मौत की सूचना के बाद घर के बाहर लगी भीड़।
पुलिस के रवैये को लेकर परिवार-रिश्तेदारों में नाराजगी मोहम्मद अकरम की पुलिस हिरासत में मौत की खबर पाते ही उनके घर के बाहर रिश्तेदार और जान-पहचान वाले लोग जमा हो गए। इस दौरान थाने का घेराव करने की बात की जाने लगी। हालांकि, अधिकारियों की समझाइश के बाद थाने के बाहर किसी तरह का प्रदर्शन नहीं किया गया। एहतियातन थाने के बाहर तीन थानों का पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।

घर के बाहर जमा रिश्तेदार और जान-पहचान के लोगों में पुलिस के प्रति नाराजगी दिखी।
दोनों पक्षों के बीच थाने में ही बहस पुलिस के मुताबिक, मृतक अकरम के परिवार और बहू के परिवार के बीच थाने में ही बहस हुई। इसी बीच उनकी तबीयत खराब होने लगी। परिजन फौरन उन्हें हमीदिया अस्पताल लेकर पहुंचे थे। पुलिस ने थाने में मारपीट की घटना से इनकार किया है। थाने में लगे CCTV कैमरों के फुटेज चेक करने पर भी पाया कि अकरम और परिजन के साथ किसी तरह की मारपीट और बदसलूकी नहीं की गई है।

मोहम्मद अकरम की मौत के बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।
पत्नी बोली- घर आकर एसआई ने धमकाया था मृतक की पत्नी रुबीना ने बताया कि बहू आए दिन मायके में रहने लगती है। मनाने पर भी नहीं लौटती। इन दिनों भी अपनी मर्जी से मायके में रह रही है। उसने कब थाने में शिकायत की, हमें जानकारी नहीं है। बुधवार शाम 6.30 बजे ऐशबाग थाने के एसआई अनिल श्रीवास्तव बहू के भाई के साथ घर आए।
उन्होंने पूरे परिवार को फौरन थाने चलने को कहा। हमने कुछ देर में थाने आने की बात कही। उन्होंने धमकी दी कि जल्द थाने नहीं आए तो पीटता हुआ ले जाऊंगा। हम कुछ ही देर में थाने पहुंचे तो बदसलूकी शुरू कर दी। एसआई ने कहा कि महिला का पक्ष मजबूत है, एकतरफा कार्रवाई होगी।
दबाव बनाना शुरू कर दिया कि बहू को परेशान करते हो, सब जेल जाओगे। इसी बीच पति की तबीयत बिगड़ गई। उन्होंने बताया कि घबराहट हो रही है, बाहर खुले में बैठने की इजाजत दें। इस पर एसआई ने उन्हें फटकार दिया। इसी बीच पति के हाथ-पैर अकड़ने लगे।
रुबीना के मुताबिक, वह रोते हुए बोली कि पति को अस्पताल ले जाने दो, एसआई ने कहा कि नाटक कर रहा है, इसे लॉकअप में बंद कर पीटूंगा। इसके बाद पति बेसुध हो गए। उन्हें अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। एसआई पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
[ad_2]
Source link



