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Tagore Hill: सीढ़ियां जर्जर, गंदगी का अंबार, दीमक चाट रहे दरवाजे; ऐसा क्यों दिखने लगा टैगोर हिल

रांची. झारखंड में घूमने के लिए यूं तो कई बेहतरीन और खूबसूरत पर्यटक स्थल हैं. राजधानी रांची और इसके आसपास भी ऐसे तमाम स्थान हैं, जहां आप छुट्टियों को इंज्वाय कर सकते हैं. इन्हीं में से एक है रांची का टैगोर हिल. इस नाम से जुड़ा है नोबेल पुरस्कार विजेता गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर का इतिहास. लेकिन कंफ्यूज न हों, टैगोर हिल गुरुदेव के बड़े भाई ज्योतिंद्रनाथ टैगोर का बसेरा था. दरअसल ज्योतिंद्रनाथ टैगोर ही वह शख्स थे जिन्होंने रवींद्रनाथ का जीवन संवारने में अमूल्य योगदान दिया था. इन्हीं ज्योतिंद्रनाथ ने अपने जीवन के कई साल यहां बिताए थे, जिसके कारण इसका नाम टैगोर हिल पड़ा. गुरुदेव रवींद्रनाथ ने भी यहां कुछ दिन बिताए हैं. उन्हें यह स्थान बड़ा प्यारा लगता था.

चप्पे-चप्पे पर इतिहास समेटे हुए टैगोर हिल, रांची का प्रमुख टूरिस्ट प्लेस है. टैगोर हिल इतना खूबसूरत है कि देश या विदेश से आने वाले लोग यहां आकर इस पहाड़ी पर घंटों समय बिताते हैं. मगर टैगोर हिल आज इस कदर उपेक्षित हो चला है कि यहां आने वाले इसकी दुर्दशा पर टीका-टिप्पणी करते नजर आते हैं. टैगोर हिल के अंदर बने भवन और सीढ़ियां जर्जर हो रही हैं. गंदगी का अंबार पसरा हुआ है. वहीं जो मठ है वो भी गिर रहा है लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.

सुरक्षित भी नहीं रह गया टैगोर हिल
टैगोर हिल रांची का सबसे मनोरम इलाका है. साथ ही शांत और प्राकृतिक रूप से मनोरम. इसलिए यहां आने वाले अधिकतर पर्यटक शांति और शोर-शराबे से दूर रहकर कुछ घंटे पहाड़ी पर बिताने वाले होते हैं. खासकर युवतियां और महिलाएं इसी वजह से यहां बड़ी तादाद में पहुंचती हैं. मगर इन दिनों टैगोर हिल के आसपास बड़ी संख्या में असामाजिक तत्वों का जमघट लगने लगा है. ऐसे में महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं. यहां न कोई केयर टेकर है और न ही कोई गार्ड. इसके साथ ही टैगोर हिल के भवनों की स्थिति भी बदहाल है. खिड़कियों और दरवाजों को दीमक चाट रहे हैं. और तो और नए लगाए गए एल्यूमिनियम के दरवाजे-पैनल भी चोरी चले गए.

आपके शहर से (रांची)

वसूली जा रही पार्किंग
टैगोर हिल में केयर टेकर और गार्ड नहीं हैं, लेकिन यहां आने वाले सैलानियों से पार्किंग वसूली बदस्तूर जारी है. गाड़ियों से पार्किंग शुल्क भी लिया जाता है और पार्किंग चलाने वाले ही टैगोर हिल के गेट को खोलते और बंद करते हैं. पार्किंगकर्मी दीपक का कहना है कि यहां अतिक्रमण भी किया जा रहा है. टैगोर हिल का अतिक्रमण काफी तेजी से किया जा रहा है.

उपायुक्त ने मंगाई रिपोर्ट
स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस तरह से टैगोर हिल के खिड़की-दरवाजों को दीमक चट कर रहे हैं, ठीक उसी तरह यहां के आसपास की जमीन पर भूमाफिया नजर गड़ा रहे हैं. ऐसे में ऐतिहासिक धरोहर को बचाने के लिए इन पर कार्रवाई करना जरूरी है. इसी कारण स्थानीय लोगों ने टैगोर हिल पर अतिक्रमण और भूमाफिया की करतूत की जानकारी प्रशासन को दी. तब जाकर मामले में रांची के डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने बड़गाई सीओ से जांच रिपोर्ट तलब की है.

Tags: Jharkhand New, Ranchi news


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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