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बाबा रामदेव मंदिर को उड़ाने की मिली धमकी, रेलवे स्टाफ को मिला साजिश से भरा पत्र, सुरक्षा एजेंसियां हुईं सतर्क

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रामदेव मंदिर को उड़ाने के लिए मिला धमकी भरा पत्र

पोकरण से इस वक्त बड़ी खबर आ रही है। जहां बाबा रामदेव मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। ये धमकी एक पत्र पर लिखकर पोकरण रेलवे स्टेशन की खिड़की पर रख दी गई थी। पत्र में लिखा गया है कि बाबा रामदेव के लिए लाए जा रहे घोड़े में बम रखकर उनके मंदिर को उड़ाने की साजिश रची गई है। इस साजिश में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का हाथ बताया गया है। यह पत्र पोकरण रेलवे स्टेशन पर शाम 7 बजकर 45 मिनट पर मिला था। पत्र में यह भी बताया गया है कि रामदेवरा मेला में भी बम ब्लास्ट की साजिश रची गई है। पत्र के मिलते ही रेलवे स्टाफ ने पुलिस को इस बात की सूचना दी। पुलिस को इसकी सूचना मिलते ही अलर्ट जारी कर दिया है और सभी सुरक्षा एजेंसियों को भी इस साजिश से अवगत करा दिया है। पत्र मिलने के बाद बाबा के श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए जाने वाले हर एक घोड़े की जांच की जा रही है। 

बाबा रामदेव मंदिर में हर साल लगता है मेला

जोधपुर में मसूरिया में स्थित बाबा रामदेव मंदिर में दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। हर साल यहां मारवाड़ का कुंभ बाबा रामदेव का भादवा मेला लगता है। सुबह 4 बजे भव्य मंगला आरती होती है। इस दौरान पूरे क्षेत्र में पुलिस ने सुरक्षा प्रबंध के लिए भारी तैनाती की जाती है। भीड़ को देखते हुए बड़े अधिकारी खुद पूरी रात मंदिर में डटे रहते हैं। जोधपुर में इस दिन स्थानीय अवकाश भी रहता है। बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ, जिनसे उन्होंने शिक्षा दीक्षा ग्रहण की, रामेदवरा से 12 किमी दूर गुरु का धुणा है। उनकी समाधि जोधपुर के मसूरिया पहाड़ी स्थित मंदिर में है। मसूरिया मंदिर के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह का कहना है कि जब बाबा रामदेव ने रूणेचा में समाधि ली थी तब कहा था कि मेरी समाधि पर आने से पहले जो मेरे गुरु की समाधि के दर्शन करेगा, उसकी मनोकामना पूर्ण होगी। यही कारण है कि मेले के दौरान रामेदवरा जाने से पहले श्रद्धालु पहले जोधपुर उनके गुरु की समाधि के दर्शन करने आते हैं। इससे उनकी मनोकामना पूर्ण होती है। हर वर्ष जोधपुर में ही करीब 10 लाख लोग दर्शन के लिए आते हैं। बाबा को हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक माना जाता है। सभी प्रकार के भेद-भाव को मिटाने के लिए सभी धर्मों में एकता स्थापित करने के कारण बाबा रामदेव हिन्दुओं के देवता हैं, तो वहीं मुसलमानों के लिए रामसा पीर हैं।

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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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