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केदारपुर लैंडफिल साइट पर सुबह 9:30 बजे सालूपुरा कॉलोनीपुरा के 30-40 लोग फिर हंगामा करने पहुंचे। सूचना पर पुलिस फोर्समौके पर पहुंचा। उसे देख हंगामा करने वाले भाग निकले। पुलिस फोर्स ने कॉलोनीपुरा में जाकर फ्लैगमार्च भी किया है। दिन भर लैंडफिल साइट पर प
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सुबह एक बार फिर लैंडफिल साइट पर हालात बिगड़ने जैसी स्थित बनने लगी। पुलिस के पहुंचने पर मामला शांत हुआ। मौके पर शुक्रवार को प्रभारी एसपी सहित पुलिस के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। घटना को ध्यान में रखकर नगर निगम ने लैंडफिल साइट के प्लांट को बंद कर दिया। 66 वार्डों से पहुंचने वाले कचरे को बरा की पुरानी डंपिंग साइट पर पहुंचाया गया। वहां पर खुले में कचरा फेंका गया।
अब 7 सितंबर को मौके पर हालात को देखकर कचरा साइट पर जाएगा। इस कारण से शहर के कई स्थानों पर कचरा पूरी तरह नहीं उठ सका। उपायुक्त अमरसत्य गुप्ता का कहना है कि सुबह लोग फिर आए थे। पुलिस के आने पर सब निकल गए। प्लांट को दिन भर बंद रखा गया। वहां की लाइट्स को डेमेज किया गया था। उन्हें आज चालू करा दिया गया है। अब 7 सितंबर को हालात देखकर चालू करेंगे।
इनके खिलाफ हुआ मामला दर्ज
प्लांट सुपरवाइजर हरजेंद्र जाटव के साथ थाने में कर्मचारी महेंद्र बघेल, बलवीर गुर्जर, मुकेश कुशवाह, वांटेड गुर्जर, श्रीकृष्ण चौरसिया ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि सड़क हादसे के बाद सालूपुरा के कॉलोनी के रहने वाले परमाल जाटव, धर्मवीर जाटव, पिंटू जाटव, राजवीर जाटव, कप्तान जाटव, टिंकू जाटव, भरोसी जाटव, भूरा जाटव, रामहेत जाटव एवं अन्य 10-12 लोगों ने लाठियां लेकर प्लांट में आए।
यहां काम करने वाले कर्मचारी कर्मचारियों को गालियां दी। इसके साथ ही मारपीट भी की। इसमें महेंद्र बघेल, मुकेश कुशवाह, बलवीर गुर्जर, वांटेड गुर्जर के चोटें आईं। इन उपद्रवियों आफिस का गेट तोड़ दिया। प्लांट में खड़ी जेसीबी एमपी07 डीए 0161, डंपर एमपी 07जीए 3851, हाइवा (बड़ा डंपर) एमपी 07 एचबी 5010 पर पथराव कर कांच आदि तोड़ दिए गए।
ये था मामला… जिससे हंगामा बरपा
एक दिन पहले निगम के डंपर एमपी07 जीए 4979 की चपेट में सालूपुरा निवासी हेमंत जाटव की पत्नी कांति और उनका पांच साल का बेटा आया था। डंपर ने कांति के स्कूटर में पीछे से टक्कर मार दी थी। इससे दोनों उचटकर दूर गिरे थे। डंपर का पहिया बच्चे का पैर कुचलकर निकल गया था। इससे नाराज गांव के लोगों ने हंगामा कर दिया। गत दिवस हंगामे में निगम के वाहनों को तोड़ा गया और स्टाफ के साथ मारपीट की गई। पुलिस और निगम के पहुंचने पर मामला शांत हो गया था।
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