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भोपाल के भदभदा डैम का बुधवार को एक गेट खोला गया। वहीं, हरदा की अजनाल नदी उफान पर है।
मध्यप्रदेश में अगले 4 दिन भारी बारिश का अलर्ट नहीं है। मौजूदा लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) के कमजोर होने और मानसून ट्रफ के आगे निकलने से ऐसा होगा।
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गुरुवार को छतरपुर, पन्ना समेत 6 जिलों में जरूर तेज बारिश हो सकती है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत अन्य जिलों में हल्की बारिश का दौर बना रह सकता है। मौसम विभाग के अनुसार- 2 इंच पानी गिरते ही सामान्य बारिश का कोटा भी फुल हो जाएगा। अभी औसत 35.4 इंच बारिश हो चुकी है।
आईएमडी भोपाल के वैज्ञानिक अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया, लो प्रेशर एरिया कमजोर होकर आगे बढ़ गया है। मानसून ट्रफ गुना, सिवनी से गुजर रही है। दो अन्य सिस्टम भी हैं। अगले 24 घंटे में सिस्टम कमजोर हो जाएगा। 8 सितंबर तक भारी बारिश नहीं होगी।

भोपाल समेत 4 जिलों में बारिश, नदी उफान पर आई
इससे पहले बुधवार को भोपाल समेत प्रदेश के 4 जिलों में बारिश हुई। भोपाल में सुबह तीखी धूप खिली, लेकिन दोपहर में बारिश का दौर शुरू हो गया। इससे पूरा शहर तरबतर हो गया। इसके अलावा छिंदवाड़ा, सिवनी, रायसेन में भी बारिश हुई। तेज बारिश की वजह से गुना में एक मकान का छज्जा गिर गया। मलबे में दबने से वेदवती बाई राठौर की मौत हो गई।
रायसेन में हलाली डैम के दो गेट आधे-आधे मीटर तक खोले गए। डैम के कैचमेंट एरिया का लेवल 459.59 मीटर पर फुल हो गया। दो गेट से 92.74 क्यूमैक्स पानी छोड़ा गया। हरदा में अजनाल नदी उफान पर रही। इससे पुल के ऊपर से पानी बह निकला।

बुधवार सुबह हलाली डैम का कैचमेंट एरिया फुल होने पर दो गेट खोले गए।

गुना में मकान का छज्जा गिरने से महिला की मौत हो गई। हरदा में नदी पार करने की कोशिश कर रहा युवक बह गया।
इन जिलों में हो सकती है बारिश
छतरपुर, पन्ना, सतना, डिंडौरी, अनूपपुर और बालाघाट में गुरुवार को तेज बारिश हो सकती है। दूसरी ओर, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत प्रदेश के अन्य जिलों में हल्की बारिश, धूप-छांव और गरज-चमक की स्थिति बनी रहेगी।

कोलार, हलाली डैम के गेट खुले
सितंबर में भी प्रदेश के बड़े डैम छलके उठे हैं। भोपाल के पास कोलार डैम का एक गेट बुधवार को खुला रहा। हलाली डैम के दो गेट भी खुले रहे। बारिश की वजह से भोपाल के कलियासोत, केरवा और भदभदा डैम, नर्मदापुरम का तवा डैम समेत बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, जोहिला, पारसडोह, चंदौरा, कुंडालिया में भी पानी बढ़ गया।

मंडला-सिवनी में सबसे ज्यादा बारिश
प्रदेश में 21 जून को मानसून एक्टिव हुआ था। इसके बाद से ही बारिश का दौर जारी रहा। जून, जुलाई और अगस्त में मानसून जमकर बरसा। सितंबर के शुरुआती दिनों में भी बारिश हो रही है। यही कारण है कि अब तक प्रदेश में 35.4 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य बारिश 37.3 इंच है।
सबसे ज्यादा पानी मंडला में 47.19 इंच गिर चुका है। सिवनी में 46.17 इंच बारिश हो गई है। सबसे अधिक बारिश वाले टॉप-10 जिलों में मंडला, सिवनी, छिंदवाड़ा, सीधी, भोपाल, नर्मदापुरम, श्योपुर, डिंडौरी, रायसेन और सागर शामिल हैं।
इन जिलों में इतनी बारिश…


अगले 3 दिन ऐसा रहेगा मौसम…


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