[ad_1]

प्राचीन रणजीत हनुमान मंदिर में भक्तों की संख्या साल-दर-साल बढ़ती जा रही है। भक्तों की सुविधा और सुरक्षा को देखते हुए मंदिर प्रबंध समिति ने फैसला किया है कि मंदिर में हनुमान जन्मोत्सव के बाद आने वाले मंगलवार को होने वाला भंडारा अब नहीं होगा। इसकी जगह
.
मंदिर से जुड़े लोगों ने भी कहा कि हर साल अन्नकूट-भंडारे में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। मंदिर में पिछले साल भंडारे के दौरान एक श्रद्धालु की हार्ट अटैक से मौत के बाद क्राउड मैनेजमेंट को लेकर यह पहल की गई है।
इस तरह से रहेगा पाथ-वे
– मंदिर के फ्रंट हिस्से के दायीं ओर बड़ी पार्किंग है। यहां पर कवर्ड पार्किंग शेड बनाया जाएगा। यहां पर जूता-चप्पल स्टैंड भी बनाया जाएगा। पाथ-वे यहीं से शुरू होगा।
– पार्किंग से होकर भक्त मंदिर के फ्रंट गेट के सामने से होते हुए मंदिर के बायीं ओर छोटी पार्किंग में जाएंगे।
– छोटी पार्किंग में रैलिंग लगाई जाएगी। इसके अंदर ही भक्तों को घुमाया जाएगा। जितनी ज्यादा भीड़ होगी, रैलिंग उतनी ज्यादा रहेगी ताकि एक साथ गर्भगृह के वहां भीड़ नहीं जुटे।
– इसके बाद दत्तात्रेय मंदिर के पास से होकर भक्त दर्शन करेंगे। यहां पर 4-5 लाइन एकसाथ चलाई जाएगी।
– दर्शन के बाद भक्त बड़ी पार्किंग की ओर से एक्जिट करेंगे।
(मंदिर प्रबंध समिति ने जो प्लानिंग की है उसके अनुसार।)
इतने भक्त आते हैं मंदिर में
5 लाख शामिल होते हैं प्रभातफेरी में
3 लाख से ज्यादा लोग तीज-उत्सव पर
1 लाख से ज्यादा श्रद्धालु अन्नकूट में
10 हजार से ज्यादा भक्त रोजाना
मंदिर में 7 करोड़ से होंगे विकास कार्य
रणजीत हनुमान मंदिर में 7 करोड़ रुपए से विकास काम होंगे। भक्तों को आसानी से दर्शन हो, इसके लिए नया पाथ-वे बनेगा। तिरुपति बालाजी और वेल्लूर स्थित गोल्डन टेंपल की तर्ज पर नई दर्शन व्यवस्था की जाएगी। मंदिर का बाहरी हिस्सा भी संवरेगा और बाउंड्रीवॉल बनाई जाएगी। इस पर रामायण के प्रसंग उकेरे जाएंगे। इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है।
मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था
भक्त मंडल के 200 सदस्य व्यवस्था संभालते हैं
2 थानों का बल मौजूद रहता है
आयोजन के दौरान हुई घटनाएं
प्रभातफेरी के दौरान चाकू मारकर युवक की हत्या
पिछले साल भंडारे में हार्ट अटैक से युवक की मौत
4 साल पहले तेल गिरने से युवक जल गया था।
ऐसी प्रक्रिया जिससे अव्यवस्था न हो
^मंदिर में भंडारा नहीं करेंगे, लेकिन प्रसाद वितरण या अन्य कोई प्रक्रिया को अपनाएंगे, जिससे भक्तों को परेशानी न हो और न ही किसी तरह की अव्यवस्था हो। –आशीष सिंह, कलेक्टर
[ad_2]
Source link



