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क्‍या वन्‍दे भारत से हमारी अहमियत कम? बीच सफर में हुई ट्रेन कैंसल, यात्री का छलका दर्द, रेलवे ने दिया ये जवाब

हाइलाइट्स

वंदे भारत ट्रेन भारत की सबसे प्रीमियम ट्रेन मानी जाती है.गुजरात में बाढ़ के चलते कई ट्रेनों को बीच में रद्द किया गया.बाढ़ के बावजूद वंदे भारत ट्रेन ने अपना सफर पूरा कर लिया.

नई दिल्‍ली. क्‍या वंदे भारत ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों से हमारी कम अहमियत है. यह सवाल तेजस एक्‍सप्रेस ट्रेन में सवार शख्‍स ने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म एक्‍स पर पूछा. मुंबई से अहमदाबाद जा रहे एक शख्‍स का गुस्‍सा उस वक्‍त फूटा जब गुजरात में भारी बारिश के चलते बीच रास्‍ते में ही उसकी ट्रेन को कैंसल कर दिया गया. वहीं, पीछे से आ रही वंदे भारत ट्रेन अपना सफर पूरा करते हुए अहमदाबाद पहुंच गई. सोशल मीडियो पोस्‍ट काफी वायरल होने के बाद रेलवे की तरफ से भी इसपर सॉलिड जवाब दिया गया.

गुजरात में भारी बारिश के कारण यह ट्रेन वडोदरा स्‍टेशन से आगे नहीं जा सकी. पृथ्वीराज मुखर्जी नामक शख्‍स ने एक्‍स पर 27 अगस्त यानी आज बिना किसी पूर्व जानकारी के वडोदरा जंक्शन पर यात्री ट्रेन के घंटों तक फंसे होने की जानकारी दी. उन्‍होंने लिखा, ‘इस परेशानी का सबसे असहनीय हिस्सा तब था जब AC बंद कर दिया गया, जिससे यात्रियों को घुटन महसूस हुई और वो अंदर फंस गए. हताशा में, कुछ यात्रियों ने AC बंद होने के बाद ताजी हवा के लिए ऑटोमैटिक गेट को मैन्युअल रूप से खोल दिया.’

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वंदे भारत को क्‍यों जाने दिया गया?
मुखर्जी ने दावा किया कि इसी रूट पर वंदे भारत ट्रेन अहमदाबाद पहुंचने में कामयाब रही जबकि उनकी ट्रेन को वहीं रोक दिया गया. एक्‍स पर पोस्‍ट की एक लंबी सीरीज में पृथ्वीराज मुखर्जी ने लिखा, ”कोई आधिकारिक सूचना नहीं. बस एसी बंद कर दिया गया. बारिश ने सेवा को प्रभावित किया है, जबकि वंदे भारत, जो हमारे बराबर चल रही थी, अहमदाबाद पहुंच गई है. हम अपने हाल पर छोड़ दिए गए हैं. वडोदरा में बाढ़ आ गई है. इस ट्रेन में बुजुर्ग और बच्चे हैं. अगर वंदे भारत वडोदरा से अहमदाबाद जा सकती है, तो दूसरी ट्रेनें क्यों नहीं जा सकतीं?”

अन्‍य यात्रियों के ट्रेन भी तेजस एक्‍सप्रेस पर चढ़े
मुखर्जी ने कहा, ‘जब यात्रियों ने रेलवे अधिकारियों से बहस की, तो अधिकारियों ने नरम रुख अपनाया और मदद की पेशकश की. हालांकि, स्थिति तब और खराब हो गई जब अन्य रद्द ट्रेनों के यात्रियों को तेजस एक्सप्रेस में चढ़ने की अनुमति दी गई. जिसके चलते अफरा-तफरी का माहौल बन गया.’ उन्‍होंने लिखा, ‘गलतियां हो सकती हैं. मेरा सबसे बड़ा गुस्सा हमारे साथ किए गए व्यवहार पर था. उन्होंने एसी बंद करके हमें डिब्बे से बाहर निकालने की कोशिश की. इसके अलावा अगर खराबी इतनी गंभीर थी, तो वंदे भारत अहमदाबाद कैसे पहुंची?  क्या अन्य यात्री वंदे भारत यात्रियों से कम इंसान हैं?’

रेलवे का जवाब
पोस्ट वायरल होने के बाद इसपर रेलवे की तरफ से जवाब भी आया. उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेन अपने बेहतरीन डिजाइन के कारण सुरक्षित रूप से आगे बढ़ने में सक्षम थी. इस ट्रेन में एडवांस वाटर-रजिस्‍टेंस जिसकी मदद से पानी आने पर अंदर मौजूद बिजली का सामान खराब नहीं होती. बताया गया, ”पानी ट्रैक के ऊपर बह रहा था, वंदे भारत की उच्च निकासी और विद्युत उपकरणों में पानी के प्रवेश की उन्नत रोकथाम इस ट्रेन को ट्रैक से 200 MM से अधिक गहरे पानी में भी चलने की अनुमति देती है. अन्य ट्रेनों के इंजनों में ऐसी निकासी नहीं होती है और ट्रैक के ऊपर पानी का स्तर 150 मिमी से अधिक होने के बाद उन्हें संचालित नहीं किया जा सकता है.”

Tags: Latest railway news, Railway News, Vande Bharat Trains


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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