अजब गजब

झारखंड के ट्री मैन का थाइलैंड में बजा डंका, मिला ये सम्मान, बांट चुके हैं 51 लाख पौधे, 1 करोड़ है लक्ष्य

पलामू. झारखंड में ट्री मैन के नाम से मशहूर पर्यावरण संरक्षण के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पर्यावरण धर्म गुरु व वनराखी मोमेंट के प्रणेता डॉ. कौशल किशोर जयसवाल को थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक में पूर्व उप प्रधानमंत्री कॉर्न देमोरेंसी के द्वारा एशिया एचीवर्स व भारत गौरव नामक अवार्ड से सम्मानित किया गया. बता दें कि 58 वर्ष से पर्यावरणविद डॉ.कौशल निशुल्क पौधारोपण सह वितरण का काम कर रहे है. जिसके लिए इन्हे भारत गौरव सम्मान से नवाजा गया.

दरअसल, हाल हीं में थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक में इंटरनेशनल सेमिनार का आयोजन हुआ. जो बैंकॉक के होटल हॉलिडे इन में इंडो थाई फ्रेंडशिप एशिया सबमिट 2024 कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान झारखंड के ट्री मैन को वहां के पूर्व उप प्रधानमंत्री कॉर्न देमोरेंसी के हाथों एशिया एचीवर्स व भारत गौरव नामक अवार्ड से सम्मानित किया गया. ये अवार्ड उनके जीवन का 65वां और विदेश में 6ठां अवार्ड है.

58 वर्षों के मेहतन को मिला सम्मान
डॉ. कौशल ने लोकल 18 को बताया की ये पिछले 58 वर्षो के मेहनत और लगन का सम्मान है. ऐसे कई अवॉर्ड पहले भी मिल चुका है. मगर ये हमारे लिए बेहद खास है. इस अवॉर्ड के लिए उनका चयन गूगल पर उनके कार्य को देखने से किया गया है. उन्होंने कहा की नि:शुल्क पौधा वितरण व रोपण के 58 वां वर्ष और वनराखी मूवमेंट के 48 वां वर्ष पूरा हो चुका है. अबतक वो 51 लाख पौधा वितरण कर चुके है. वहीं 31 लाख पौधे में माताओं के साथ रक्षा बंधन कर चुके है. जिसके बाद उन्हें इस सम्मान से नवाजा गया है.

1 करोड़ पौधा लगाने का है लक्ष्य
आगे बताया की अपने संस्था का विस्तार करते हुए 51 पौधों का नि: शुल्क वितरण व रोपण और वृक्षों पर रक्षाबंधन कर 2024 का वनराखी मूवमेंट का शुभारंभ किया गया.इस तरह अबतक नेपाल, भूटान, सिंगापुर, मलेशिया, वर्मा, अजहभाईजान, थाइलैंड और भारत देश के 22 राज्यों के 131 जिलों में पर्यावरण संरक्षण का अभियान चलाकर अपने निजी खर्ज से निशुल्क 51 लाख पौधा रोपण सह वितरण कर चुके है. अपने जीवन काल 1 करोड़ पौधा का नि:शुल्क रोपण सह वितरण करने का लक्ष्य है.

ऐसे हुई थी शुरआत
उन्होंने कहा की 1966 में महाकाल के बाद उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के प्रति अभियान शुरू किया.पहली बार वर्ष 1967 में अपने निजी भूमि (7.72 एकड़ ) में पौधा रोपण किया जहां से जंगल बचाव जंगल लगाव अभियान की शुरआत किए.जिसके बाद कारवा बढ़ता गया.इस दौरान वो सुंदर लाल बहुगुणा,इंद्रजीत कौर, धूम सिंह नेगी, पानूरंग हेगड़े, जैसे पर्यावरणविदों के साथ भी काम कर चुके हैं. अब तक 58 साल में 65 पुरस्कार प्रतिष्ठित पुरस्कार पा चुके है.

Tags: Jharkhand news, Local18, Palamu news, Success Story


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एडवोकेट अरविन्द जैन

संपादक, बुंदेलखंड समाचार अधिमान्य पत्रकार मध्यप्रदेश शासन

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