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रक्षाबंधन पर भाई जिस तरह बहनों को गिफ्ट देते हैं। उसी तरह रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) भी सालभर महिला यात्रियों की सुरक्षा के साथ ही उनका सामान वापस कर उन्हें राहत प्रदान करता है। पिछले पांच सालों का आंकड़ा देखें तो 695 महिला यात्रियों को 1 करोड़ 66 लाख र
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इतनी कीमत का सामान लौटाया

मोबाइल से लेकर कीमती ज्वेलरी… अफसरों का कहना है कि महिला यात्रियों के मोबाइल और ज्वेलरी सबसे ज्यादा चोरी होती है। भोपाल रेल मंडल से 240 से ज्यादा यात्री ट्रेनें आवागमन करती हैं और उनमें करीब 550 आरपीएफ कर्मियों का स्टाफ तैनात रहता है। यह स्टॉफ महिला यात्रियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देता है।
8820 महिला यात्रियों की जानकारी… रक्षाबंधन को लेकर आरपीएफ का ‘मेरी सहेली अभियान’ भी चल रहा है। इस साल अब तक 8820 महिला यात्रियों की जानकारी आरपीएफ की महिलाकर्मियों ने ली, जो अकेली यात्रा करती हैं। ऐसी महिला यात्रियों से आरपीएफ के आरक्षकों ने राखी भी बंधवाई।
पहुंचती हैं शिकायतें: आरपीएफ को महिला यात्रियों के सामान गुमने की शिकायतें रेलवे कंट्रोल रूम, हेल्पलाइन नंबरों 139 आदि के माध्यम से मिलती हैं। जानकारी मिलते ही संबंधित ट्रेन में मौजूद आरपीएफ का स्क्वाड को सूचित किया जाता है। जिस ट्रेन में स्क्वॉड मौजूद नहीं होता, तो अगले स्टेशन पर सूचित कर दिया जाता है।
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