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1 भोपाल का एरियल व्यू देखें तो शतरंज के डिजाइन जैसे मानचित्र पर शहर के बिल्कुल बीचो-बीच सबसे बड़ा चौराहा है, यही आज पुराने भोपाल का चौक बाजार है।
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2 यह चौक राजा भोज की नगर रचना में ब्रह्मस्थान यानी ज्ञान-केंद्र माना जाता था। साथ ही पूरे शहर की जमावट ऐसी कि सड़कें एक-दूसरे को 90 डिग्री पर काटती नजर आती हैं।
3 यह टाउन प्लानिंग भोपाल को बसाने वाले परमार शासक राजा भोज की देन है। उनका ग्रंथ समरांगण सूत्रधार आज भी नगर नियोजन और आर्किटेक्चर के छात्रों के लिए गीता की तरह है।
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