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Golden Tower: 21 days of shoddy construction | गोल्डन टॉवर: घटिया निर्माण के 21 दिन: भटक रहे फ्लैट मालिक, बिल्डर के बैंक कॉलोनी, सिटी सेंटर प्रोजेक्ट पर भी लोगों की नजर – Gwalior News

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गोल्डन टॉवर जिसके एक साइड झुक जाने के बाद आज 21 दिन बाद भी फ्लैट खरीदने वाले परेशान हैं।

ग्वालियर के थाटीपुर स्थित बिल्डिंग गोल्डन टॉवर में 16 जुलाई को एक पिलर ध्वस्त होने के बाद बिल्डिंग एक तरफ झुक गई थी। कई फ्लैट में दरार आ गई। खतरनाक स्थिति में सभी 27 फ्लैट आधी को आनन-फानन में खाली कराया गया। घटिया निर्माण की इमारत में दरार आए 21 दिन

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यह है वो पिलर जिसके टूटने के बाद खतरे में आया गोल्डन टॉवर का अस्तित्व

यह है वो पिलर जिसके टूटने के बाद खतरे में आया गोल्डन टॉवर का अस्तित्व

ग्वालियर में 21 दिन पहले पिलर ध्वस्त होने के बाद जर्जर हुई गोल्डन टॉवर के लोगों का कहना है कि बिल्डर या नगर निगम चाहें जितनी सांठगांठ कर ले, लेकिन एक बार जर्जर हाे चुकी मल्टी में हम किसी भी सूरत में नहीं रहेंगे। यहां हमारी और हमारे बच्चों की जान को खतरा है। मल्टी का निर्माण बिल्कुल भी घटिया है और इसलिए हम यहां नहीं रहेंगे। न ही किसी को रहने देंगे। गोल्डन टॉवर में थर्ड फ्लोर पर रहने वाले संदीप सिंह का कहना है कि जब यहां फ्लैट खरीदकर रहने आए तो सबसे पहले किचन टूटी मिली थी। तब ही अहसास हो गया था कि बिल्डर ने बहुत घटिया निर्माण कराया है।
बैंक कॉलेनी, सालासर मॉल के पीछे सिटी सेंटर में प्रोजेक्ट पर नजर
नगर निगम के अधिकारियों की गोल्डन टॉवर जैसे घटिया निर्माण कराने वाले बिल्डर के अन्य प्रोजेक्ट पर भी नजर है। यहां नगर निगम के भवन अनुमति विभाग के एक अधिकारी ने बताया है कि बिल्डर का गोला का मंदिर बैंक कॉलोनी में एक प्रोजेक्ट की फाइल नगर निगम में है। इस कांड के बाद यह फाइल भी अटक सकती है। गोल्डन टॉवर पर तीन से चार दिन में नगर निगम के अधिकारी निरीक्षण करने जा रहे हैं कि क्या काम चल रहा है। कितना काम हो गया है।
पिलर की मरम्मत करा रहे हैं, अंदर फ्लैट्स में आई दरार कैसे सुधारेंगे
16 जुलाई को एक पिलर ध्वस्त होने के बाद बिल्डर ने मरम्मत का काम शुरू करा दिया है, लेकिन हालत इतनी खराब है कि 9 पहले दो नए पिलर में क्रेक आ गए थे। यह दो नए क्रेक बताते हैं कि बिल्डिंग लगातार जर्जर हो रही है। इस बात को नगर निगम के सहायक सिटी प्लानर प्रदीप जादौन भी मान चुके हैं। वह खुद नए दो पिलर मंे आई दरार के फोटो खींचकर ले गए थे। फ्लैट मालिकों का कहना है कि पिलर सही करा भी दिए पर अंदर फ्लैट्स में आई दरारों को कैसे सही कराया जाएगा। इसलिए वह तो किसी भी हालत में वहां नहीं रहेंगे।

जैक खड़ा लोगों के सपनों का आशियाना गोल्डन टॉवर

जैक खड़ा लोगों के सपनों का आशियाना गोल्डन टॉवर

ऐसे समझिए पूरा मामला
शहर के थाटीपुर स्थित नेहरू कॉलोनी में गोल्डन टॉवर के नाम से पांच मंजिला इमारत है। जिसमें 27 फ्लैट हैं और सभी फ्लैट में लोग रह भी रहे थे। शहर की प्राइम लोकेशन होने पर यहां के लोगों ने ऊंचे दाम पर फ्लैट खरीदे थे। 16 जुलाई की रात करीब 7 बजे गोल्डन टॉवर में उस समय हंगामा मच गया, जब मल्टी की पार्किंग में लोग पहुंचे तो उसका एक पिलर टूट चुका था। मल्टी एक तरफ को झुकने लगी थी। यह देखते ही वहां दहशत फेल गई। लोग फ्लैट से निकलकर सड़क की तरफ भागने लगे थे। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने तत्काल नगर निगम, रेस्क्यू दलों को सूचना दी। रात को नगर निगम कमिश्नर हर्ष सिंह स्पॉट पर पहुंच गए थे। पुलिस व रेस्क्यू दलों की मदद से तत्काल बचाव कार्य शुरू कर दिए। सबसे पहले सभी 27 फ्लैट खाली कराए गए। लोग जिस हालत में थे उसी हालत में उनको बाहर निकाला। इसके बाद जहां पिलर टूटा था वहां जैक लगाकर स्थिति को संभाला गया। पुलिस व रेस्क्यू दलों की टीमों ने तत्काल मल्टी के सभी 27 फ्लैट खाली करा लिए हैं। लोगों को साफ चेतावनी दी है कि यह मल्टी अभी सुरक्षित नहीं है, इसलिए यहां कोई नहीं रह सकता है। प्रशासन ने मल्टी गोल्डन टॉवर के बाहर चेतावनी बोर्ड लगा दिया है कि यह मल्टी रहने के लिए सुरक्षित नहीं है, इसलिए यहां अभी कोई भी नहीं रह सकता है।

नगर निगम का कहना

इस मामले में नगर निगम के अफसरों का कहना है कि हम लगातार बिल्डर द्वारा किए जा रहे मरम्मत के कार्य का निरीक्षण करेंगे। सभी मानकों पर बिल्डिंग रहने योग्य होगी तभी यहां लोगों को वापस बसाया जाएगा।

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