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The light of 7 families was extinguished in Shahpur accident | राखी से पहले बहनों ने खो दिए 9 भाई: सागर हादसे में जान गंवाने वाले बच्चों में 7 इकलौते बेटे थे; परिजन रो-रोकर बेहाल – Sagar News

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सागर के शहपुरा में मकान की दीवार गिरने से जान गंवाने वाले 9 में से 7 बच्चे परिवार में इकलौते बेटे थे। इनमें से एक बच्चा तो 4 बहनों में अकेला भाई था। राखी से पहले अपने भाइयों को खोने वाली बहनों और मां-पिता के आंसू नहीं थम रहे। पूरे शहपुरा में मातम है।

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लोगों ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया कि दो मंजिला मकान 50 साल पुराना है। दीवार में बड़ी दरार थी। पहले भी कुछ ईंटें गिरी थीं, लेकिन इसे तोड़ा नहीं गया। दरार में सीमेंट भर दिया गया। इस मकान में रहने वाला परिवार बहुत पहले ही दूसरे मकान में शिफ्ट हो चुका था।

शहपुरा, रहली विधानसभा क्षेत्र में आता है। हादसा बंडा रोड वार्ड – 1 में रविवार सुबह 10 बजे हुआ। यहां हरदौल मंदिर के पास शिव पटेल श्रीमद्भागवत कथा करा रहे थे। कथा 2 अगस्त से शुरू हुई थी। रविवार को तीसरे दिन सुबह से पार्थिव शिवलिंग निर्माण हो रहे थे।

रविवार की छुट्‌टी थी, इसीलिए बड़ी संख्या में बच्चे भी पहुंचे थे। कथास्थल के बगल से ही लगे दो मंजिला मकान की दीवार गिरने से 11 बच्चे मलबे में दब गए। 9 बच्चों की मौत हो गई, 2 घायल हैं। शिव पटेल 8 साल से हर साल श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन कराते आ रहे हैं।

अपनी गाड़ियों से बच्चों को अस्पताल लेकर पहुंचे

प्रत्यक्षदर्शी गोविंद पटेल ने बताया, ‘घटनास्थल के पास ही मेरा मकान है। लोगों के चिल्लाने पर दौड़कर पहुंचा। देखा तो लोग दीवार के मलबे में से बच्चों को ढूंढ रहे थे। मैंने भी हाथों से मलबे को हटाना शुरू किया। मेरे भतीजे नितेश पटेल की भी हादसे में जान चली गई। वह इकलौता बेटा था। उससे बड़ी एक बहन है। पिता कमलेश पटेल पुणे में रहकर मजदूरी करते हैं। उन्हें सूचना दी है। वह पुणे से सागर के लिए रवाना हुए हैं।’

आशीष पटेल ने बताया, ‘ बच्चों को अपनी गाड़ियों से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शहपुर पहुंचाया। यहां से बच्चों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।’

लोग अपनी गाड़ियों से 11 बच्चों को मलबे में से निकालकर शहपुर के अस्पताल लेकर पहुंचे। 9 बच्चों की मौत हो गई। 2 जिला अस्पताल में भर्ती हैं।

लोग अपनी गाड़ियों से 11 बच्चों को मलबे में से निकालकर शहपुर के अस्पताल लेकर पहुंचे। 9 बच्चों की मौत हो गई। 2 जिला अस्पताल में भर्ती हैं।

घरों में चल रही थी राखी की तैयारी
हादसे में जान गंवाने वाले दिव्यांश (12) पिता नीतेश साहू, नितेश (13) पिता कमलेश पटेल, आशुतोष (15) पिता मानसिंह प्रजापति, प्रिंस (12) पिता अशोक साहू, पर्व (10) पिता कृष्णकुमार विश्वकर्मा, देवराज (12) पिता गोविंद साहू, ध्रुव (12) पिता जगदीश यादव अपने परिवार में इकलौते बेटे थे।

नितेश तो इकलौती संतान था, जबकि देवराज 4 बहनों में अकेला भाई था। इनके अलावा वंश (10) पिता यशवंत लोधी और हेमंत (10) पिता भूरे जोशी की भी मौत हुई है। बहनें राखी की तैयारियां कर रही थीं। सुमित प्रजापति और खुशी पटवा जिला अस्पताल में भर्ती हैं।

ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी और मेडिकल ऑफिसर पर एक्शन

घायल बच्चों को लोग अपनी गाड़ियों से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शहपुर ले गए। लेकिन, डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं थे। लोगों ने इसकी शिकायत की। कलेक्टर दीपक आर्य ने मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील जैन, मेडिकल ऑफिसर डॉ. हरिओम बंसल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शहपुर के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इसकी रिपोर्ट संभागायुक्त वीरेंद्र सिंह रावत को दी गई है।

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खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत भी शाहपुर पहुंचे।

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सागर में दीवार गिरने से 9 बच्चों की मौत हो गई जबकि 2 घायल हैं। बच्चों की उम्र 8 से 15 साल के बीच है। हादसा रविवार सुबह करीब 10 बजे रहली विधानसभा के शाहपुर में हुआ। जेसीबी से मलबा हटाकर शव और घायल बच्चों को बाहर निकाला गया। पूरी खबर पढ़िए

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