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प्रदेश में स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव होने से कई जिलों में तेज बारिश हो रही है, नदी-नाले उफान पर बने हुए हैं। इसके विपरीत धार में सिस्टम का ज्यादा असर देखने को नहीं मिल रहा है। पिछले दो दिनों से धार सहित ग्रामीण क्षेत्रों में रिमझिम बारिश का दौर जारी है
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इधर, तेज बारिश नहीं होने के चलते अभी तक लोगों को उमस का एहसास हो रहा है। जुलाई माह में होने वाली बारिश भी इस बार देखने को नहीं मिली है, अब बारिश का पूरा कोटा अगस्त माह पर आ चुका है। शहर में औसत रूप से 33 इंच बारिश की जरूरत होती है, जिससे धार 17 इंच पीछे है।
श्रावण मास में होने वाली बारिश भी रुक-रुककर हो रही है, इसी कारण तालाबों का जल स्तर बहुत अधिक नहीं बढ़ा है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून टफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से सिस्टम स्ट्रॉन्ग बना हुआ है। ऐसे में अगले 48 घंटे में तेज बारिश होने का अनुमान मौसम विभाग ने लगाया है।
पिछले साल से तीन इंच अधिक
रविवार सुबह से ही धार में मौसम बदला हुआ है, आसमान में बादलों का डेरा बना है। शहर में पिछले साल अभी तक 330 मिमी यानी 13 इंच बारिश हुई थी, इस साल 400 मिमी यानी साढे 16 इंच बारिश हो चुकी है।
कलेक्टर कार्यालय की भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार धार में 16 इंच, तिरला में साढे 10 इंच, पीथमपुर में 20 इंच, नालछा में 20 इंच, बदनावर में 14 इंच, सरदारपुर में 18 इंच, कुक्षी में 17 इंच, बाग में 18 इंच, निसरपुर में 19 इंच, डही में 11 इंच, मनावर में 16 इंच, उमरबन में 16 इंच, गंधवानी में 20 इंच, धरमपुरी में 20 इंच बारिश हो चुकी है।
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